देहदान एवम नेत्रदान
इंदौर।यह तो अटूट सत्य है, एक दिन हम सभी को यह दुनिया छोड़कर जाना है,और सभी के शरीर के अंगों को एक दिन खाक में मिल जाना है, लेकिन अगर जाते-जाते यह शरीर किसी की भलाई के काम आ जाए और किसी जरुरतमंद को एक नई जिंदगी दे जाए तो इससे बड़ा पुण्य का काम दुनिया में कोई नहीं हो सकता है।
श्री रमेश बजाज माताजी एवं श्री कमलेश बजाज एवं श्रीमती पुजा वाधवानी दादीमा श्रीमती पुतली बाई बजाज का आकस्मिक निधन हो गया।
माताजी की इच्छा का सम्मान करते हुए, परिवार ने इस मुश्किल एवं संवेदनशील घड़ी में मिलकर माताजी का नेत्रदान, त्वचादान एवं सम्पूर्ण देहदान करने का निर्णय लिया है ।
माताजी का यह योगदान निरंतर जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा, जो शिक्षा और अनुसंधान में उपयोग किया जाएगा•••
समाज को कुशल चिकित्सक देने हेतु उसको मानव शरीर रचना का पूरा ज्ञान होना आवश्यक है। जो मृत शरीर पर परीक्षण द्वारा ही संभव है। इस हेतु देहदान (मृत्यु उपरान्त संपूर्ण शरीर का दान) अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
देहदान श्री अरविंद मेडिकल कॉलेज मे सम्पन्न हुआ
परिजनों ने मुस्कान ग्रुप के सहयोग से किया देहदान का “पुनीत सेवा कार्य” !!
उल्लेखनीय है कि स्व श्रीमती पुतली बाई बजाज पुरा जीवन गुरघर की सेवा मे लगाया दिया जीवित रहते हुए हमेशा अपने परिवार को सेवा कार्यो हेतु प्रेरित करती रही•••
समन्वय सेवा~ समाज सेवी मुस्कान सेवादार नरेश जी फुंदवानी , हेमंत जी छाबड़िया एवं लोकेश बगानी द्वार प्राप्त हुई!!
तकनीकी सेवाएं~ जीतू बगानी, अनिल गोरे जयवंत निकम, अशोक राठौर द्वारा प्राप्त हुई!
विशेष सहयोग ~डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज डॉ संजय जी दीक्षित एवं डाॅ मंजूनाथ मोटागी एनाटॉमिस्ट अरबिंदो हॉस्पिटल, समाज सेवी श्री नरेश जी फुंदवानी द्वारा विशेष सहयोग प्रापत हुआ।