पॉजिटिव एटिट्यूड वाले जीतते हैं जिंदगी की जंग
-कॅरियर सेमिनार में छात्रा वर्षा मुजाल्दे ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन करते हुए कहा।

बड़वानी।
बहुत से लोग एटिट्यूड का अर्थ घमंड या अहंकार समझते हैं। इसका सही अर्थ होता है-दृष्टिकोण या नजरिया। एटिट्यूड मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है। पॉजिटिव और निगेटिव एटिट्यूड। पॉजिटिव एटिट्यूड या सकारात्मक अभिवृत्ति वाले व्यक्ति बुराई में भी अच्छाई ढूंढ लेते हैं। प्रतिकूल स्थितियों में भी अनुकूलताओं का निर्माण कर लेते हैं। अपने उत्साह से निराषाओं को परास्त कर देते हैं। निर्भीकता और सक्रियता इनके व्यक्तित्व की अनूठी विषेषताएं होती हैं। ये निंदा, चुगली जैसी दुष्प्रवृत्तियों से परे रहकर अपने जीवन के हर एक पल का सदुपयोग करते हैं। ये ही जीतते हैं जिंदगी की जंग। स्वयं भी प्रसन्न रहते हैं और अपने आसपास का परिवेष भी सकारात्मक ऊर्जा से युक्त बना देते हैं। ये बातें शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पावर पाइंट प्रजेटेंशन करते हुए छात्रा वर्षा मुजाल्दे ने कहीं। यह आयोजन प्राचार्य डॉ. दिनेश वर्मा के मार्गदर्षन में हुआ।
ऐसे विकसित करें पॉजिटिविटी
वर्षा मुजाल्दे ने पावर पाइंट प्रजेंटेषन के माध्यम से बताया कि अभिवृत्ति को अंग्रेजी में एटिट्यूड कहते हैं। सकारात्मक अीिावृत्ति सफलता की कुंजी है। सभी को सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने का निरंतर प्रयास करना चाहिए। योग, ध्यान, सद्साहित्य का अध्ययन, अच्छे व्यक्तियों की संगति, समय का सदुपयोग, व्यसनों से दूरी, सत्संग सुनना आदि के द्वारा पॉजिटिविटी विकसित की जा सकती है।
कार्यकर्तागण प्रीति गुलवानिया और सुरेष कनेष ने बताया कि युवाओं में व्याप्त निराषा और लापरवाही की भावनाओं को दूर करके उन्हें लक्ष्य निर्धारित करने और उसे प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने हेतु कॅरियर सेल द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है। एटिट्यूड एक निर्धारक तत्व है। यही कारण है कि इस पर संवाद किया गया। सहयोग दिव्या पाटिल, अंषुमन धनगर, मोनिका अवासे, तुषार गोले, सुनील मेहरा, कन्हैयालाल फूलमाली, डॉ. मधुसूदन चौबे ने किया।