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पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की टीम की सूझबूझ से 120 बिछड़े दंपति को मिलाया

-टूटने की कगार वाले 120 रिश्तों को बचाने में कामयाब रहा पुलिस परिवार परामर्श केंद्र।

बड़वानी।
पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद के निर्देशन में कोतवाली थाना प्रभारी श्री बलदेव मुजाल्दे के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय पुलिस परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी एएसआय श्रीमती रेखा यादव, काउसंलर श्रीमती अनिता चोयल, प्रधान आरक्षक आशा डुडवे, आरक्षक गीता कनेश, जमना बघेल के सहयोग से सैकड़ो बिछड़े परिवारों को मिलाने में कामयाब रहा।
परिवार रूपी गाड़ी पति पत्नी के रूप में दो पहियों पर चलती है इसमें खटपट होने पर पूरा परिवार बिखर जाता है, ऐसे ही टूटते परिवारों को काउंसलिंग मे समझाइश देकर रिश्तो की डोर टूटने से बचाई। पारिवारिक वातावरण मे काउंसलिंग कारगर साबित हुई है। महिलाओं की सुरक्षा और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों से निपटने के लिए केंद्र के सलाहकार हर समय तैयार रहते हैं। महिलाओं, बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, अधिकारों के साथ, स्वालंबन का विशेष ध्यान रखकर कार्य करता है केंद्र । केंद्र में पारिवारिक विवाद, पति-पत्नी में आपसी मनमुटाव, चरित्र शंका, पति द्वारा शराब पीकर मारपीट करना, दहेज प्रताड़ना, ससुराल पक्ष द्वारा महिला को परेशान करना, अवैध संबंध, लीव इनरिलेशनशीप, कल्याणी (विधवा) महिला, नाबालिक बालिकाओ के मामले, माता-पिता द्वारा बालिकाओं की पढ़ाई छुड़ा देना, किसी बात से आहत होकर आत्महत्या का प्रयास करना, नाबालिक बालिकाओं को जो किशोरावस्था में भटक जाती है, उन्हें काउंसलिंग कर माता-पिता के सुपुर्द करना, वृद्ध जनों को वृद्धो के अधिकार व भरण पोषण के मामले, मानसिक विक्षिप्त महिलाओ संबधी मामले केंद्र में आते हैं । पारिवारिक वातावरण मे दोनों पक्षों को बुलाकर सघन काउंसलिंग की जाती है 3-4 बार तक समझाइश देकर और फिर राजी मर्जी से साथ साथ रहने का प्रयास कराया जाता है। परामर्श केंद्र में फोन, मौखिक, घर जाकर समझाइश से भी कई समझौते कराए जाते है।
2 वर्ष से अलग रह रहे दंपति हुए एक मासूम पुत्र ने देखा पहली बार पिता का चेहरा
पति बोला नहीं करूंगा नशा यह सुनते ही मान गई रूठी पत्नी । आवेदिका श्रीमती सीमा परिवर्तित नाम पति कमल परिवर्तित नाम उम्र 30 वर्ष व्यवसाय गृह कार्य निवासी सतवाडा, जिला खरगोन । हाल- मुकाम पनवाड़ी मोहल्ला बड़वानी आवेदिका ने आवेदन देकर बताया कि 2021 को सामाजिक रीति रिवाज से मेरा विवाह हुआ था। एक संतान हुई है पति शराब पीकर मारपीट, गाली गलौज कर मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता है। अन्य महिलाओं से संबंध भी रखता है और घर से बाहर निकाल कर मोबाइल फोड़ दिया। कुएं में धक्का देकर मारने लगा तो मेरी ननंद ने बचाया। आवेदिका को सुनने के बाद दोनों पक्षों को परामर्श केंद्र में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया। दोनों परिवारों को आपस में समझाइश दी गई । दोनों पति-पत्नी को समझाया गया कि बच्चे की परवरिश माता-पिता दोनों की जिम्मेदारी है, बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए दोनों माता-पिता को एक साथ अच्छे रहना चाहिए । समझाइश के बाद पति ने एक स्वर में कहा कि मैं अब मेरे बच्चे और पत्नी के साथ अच्छे से रहूंगा, हम दोनों पति-पत्नी अब खुशहाल जीवन जियेगे।
अजब – गजब पति ने लगाई गुहार पत्नी को शराब की लत रोज करती है झगड़ा
8 माह से अलग रह रहे दंपति को मिलाया । मामला विचित्र सा सामने आया, जिसमें पति ने शिकायत की कि उसकी पत्नी को शराब की लत है । शराब के लिए वह घर के बर्तन, अनाज, अन्य सामान तक बेच देती है । बिना बताए कही भी चले जाती है। उसकी गलत हरकत से वह परेशान है। सवेरे जब में उठकर चाय पीता हूं तब वह शराब पीती है। पत्नी की शराब पीने की लत से उसकी सामाजिक इज्जत भी तार- तार हो रही है । मेरे दो नाबालिक बच्चे है । केंद्र ने पत्नी को तथा दोनों परिवार वालों को बुलाकर काउंसलिंग कर पत्नी ने कहा कि मैं भी शराब छोड़ना चाहती हूं । इस पर काउंसलर के द्वारा डॉ. राहुल पाटीदार से संपर्क कर शासकीय जिला चिकित्सालय में इलाज हेतु भेजा गया । दोनों पक्षो ने काउंसलिंग के बाद आपसी सहमति से समझौता किया, वह दोनों बच्चों के साथ पति-पत्नी खुशी-खुशी घर गए।
वृद्ध दंपति साथ रहने की उम्र में चाहते थे तलाक
आवेदक मालसिंह उम्र 65 वर्ष पत्नी मेंगली से इस उम्र में तलाक लेना चाहता था। दोनों पति-पत्नी में आपसी विवाद, झगड़ा होता रहता था। नवंबर माह में दोनों की काउंसलिंग की गई । दोनों ने कहा हम तलाक ही लेंगे उन दोनों को सोचने समझने का समय दिया गया। पुनः13 दिसंबर को फिर से काउंसलिंग कर दोनों वृद्ध दंपति को समझाइए दी गई। जिस पर दोनों एक साथ स्वेच्छा से साथ रहने के लिए राजी हुए । खुशी-खुशी घर गए।
इसी तरह कई नाबालिक बालिकाओं के मामले ,अवैध संबंध के मामले लीव इन रिलेशनशिप के मामले तथा अनेक मामलों में काउंसलिंग कर समझाइए देकर उनका जीवन सुधर गया।
इन अधिकारी कर्मचारियों का मिलता है सहयोग
पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद, जिला न्यायाधीश श्री मानवेंद्र पवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पाटीदार, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री दिलीप सिंह मुझाल्दा, एसडीओपी श्री चौहान, थाना प्रभारी श्री मुजाल्दे, स्वास्थ्य विभाग की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेखा जमरे का सहरानीय सहयोग रहा ।

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