द्वारकापुरी क्षेत्र में हुई 53 लाख रुपयों की चोरी का, पुलिस थाना द्वारकापुरी इंदौर ने किया पर्दाफाश
★ आरोपी ने लोगों का कर्ज देने से बचने के लिए खुद ही रची थी अपने ही घर में चोरी होने की झूठी कहानी।
★ 53 लाख रुपये की चोरी की झूठी कहानी बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार।
★ आरोपी से नगदी 19,01,000 रुपए सहित एक सोने की माला, सोने के टाप्स एक जोड आदि माल जप्त।
इंदौर । पुलिस थाना द्वारकापुरी पर दिनांक 22.12.2023 को फरियादी अनमोल पाटिल पिता संजय पाटिल नि. द्वारकापुरी इंदौर के द्वारा थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट कि ।
प्रकरण में नगदी 53 लाख रुपया चोरी होकर अपराध की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री मकरंद देउस्कर एवं अति. पुलिस आयुक्त श्री मनीष कपूरिया द्वारा तत्काल अज्ञात आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए। उक्त निर्देशों पर पुलिस उपायुक्त जोन 4 श्री आर. के. सिंह के द्वारा प्रकरण में तत्काल कार्रवाई हेतु दिए निर्देशों के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन 4 श्री अभिनव विश्वकर्मा व प्रभारी सहायक पुलिस आयुक्त अन्नपूर्णा श्री हेमंत चौहान द्वारा मौके का निरीक्षण कर थाना प्रभारी द्वारकापुरी के निर्देशन में एक पुलिस टीम का गठन कर अज्ञात आरोपीगणों की तलाश हेतु निर्देश दिये गये।
इसी क्रम में पुलिस टीम के द्वारा थाना द्वारकापुरी क्षेत्र के तमाम स्थानों पर लगे सीसीटीवी के फुटेज देखे गये, संदिग्ध व्यक्तियों का सीडीआर मंगाया जाकर एनालिसिस किया गया परंतु कोई सफलता नहीं मिलने पर उक्त मामला संदिग्ध प्रकृति का प्रतीत होने पर फरियादी पक्ष से जुड़े तमाम बिंदुओं पर सिलसिलेवार पैनी नजर रखकर विवेचना की गयी तो महत्वपूर्ण सुराम हाथ लगे कि फरियादी अनमोल पाटिल के पिता संजय पाटिल प्रापर्टी क्रय विक्रय का कार्य करता है, जिस पर लोगों का काफी उधार है, संजय पाटिल को प्रापर्टी के संबंध में कुछ व्यक्तियों को लाखों रुपयों की देनदारी हो गयी थी इस पर उसके द्वारा घर में ही चोरी किये जाने का प्लान तैयार किया गया। इसके लिये उसने योजनाबद्ध तरीके से अपने बेटे अनमोल व पत्नी राधा व मां निर्मला को अपने पत्नी के मायके दिनांक 21.12.2023 को सुबह खाना कर दिया गया उसके बाद संजय पाटिल के द्वारा रात्रि लगभग 8.00 बजे मच्छी बाजार कबाडा मार्केट से लोहे की टामी व पेवकस खरीदकर लाकर स्वयं ही घर के दरवाजे तथा अलमारी तथा अलमारी के नकूवे टामी व पेचकस की सहायता से तोड़ दिये गये एवं एक झूठा घटनाक्रम तैयार किया गया और घर के ही दूसरे कमरे में सोने का नाटक किया। दूसरे दिन सुबह पडौसी ने देखा तो संजय पाटिल को उसके द्वारा आवाज दी गयी किंतु वह जानबूझकर नहीं उठा और बीमार होने का नाटक किया और अस्पताल में जाकर भर्ती हो गया।
संजय पाटित द्वारा परशुराम नामक व्यक्ति के मकान को 46 लाख रुपये में विक्रय कर उसे 5 लाख रुपया देकर स्वयं 35 लाख रुपये व दलाली के 6 लाख रुपये रख लिये गये, मित्र पवन पाण्डेय से 7 लाख रुपये लिये जाकर रख लिये गये। जिन व्यक्तियों के रुपये उसके द्वारा लिये गये थे उन रुपयों को टुकडों टुकडों में नारायण नामक व्यक्ति को 6 लाख रुपये, किशोर बंजारा को 5 लाख रुपये, दामोदर को 5 लाख रुपये, हकीमुद्दीन को 51000 रुपये दिये गये। स्वयं सोने के जेवर व नगदी 2,50,000 रुपये छिपा लिये गये। ब।
पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर अभी तक की विवेचना में कुल 19,01,000 रुपये जप्त किया गया हैं। शेष रुपये की बरामदगी व जप्ती की कार्यवाही जारी है। प्रकरण में विवेचना जारी है जिसके आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
कार्यवाही में थाना प्रभारी द्वारकापुरी निरीक्षक ब्रजेश कुमार मालवीय व उनकी टीम के उप निरीक्षक आलोक मिठास, अशरफ अली अंसारी, देवेन्द्र मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक कमल सिंह चौहान, प्रधान आरक्षक प्रदीप सिंह बघेल, ओम प्रकाश अवास्या, अमर पाल सिंह चौहान, प्रताप पटेल, शफीक खान, नितेश बघेल, उदयभान सिंह यादव, आरक्षक जीतेन्द्र सोलंकी (थाना अन्नपूर्णा), राकेश विश्वकर्मा (थाना अन्नपूर्णा), अनुराग सिंह सिकरवार, धर्मेन्द्र सिंह सोनगरा, सरदार भागों आशीष (सायबर सेल), धर्मेन्द्र सिंह, संतोष सिंह राठौर, महिला सैनिक 430 नीलिमा की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही ।