बड़वानी। उम्मीदवारों का भाग्य स्ट्रॉग रूम में सील, तीन दिसंबर को होगी मतगणना

-अधिकारियों की मौजूदगी में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन स्ट्रांग रूम में सील की गई।
बड़वानी।
विधानसभा चुनाव के सबसे पडे पर्व में बडवानी जिले के मतदाताओं ने अपनी आहुती डाल दी है। जिला कलेक्टर और मतदान में जुटे कर्मियों और स्वीप दलों की मेहनत के कारण इस बार फिर बडवानी जिले की चारों विधानसभा में मतदाताओं ने बढ चढकर मतदान किया है। सेंधवा, राजपुर और पानसेमल विधानसभा में मतदाताओं ने 2018 का रिकार्ड तोड दिया है। विधानसभा निर्वाचन में मतदान हेतु उपयोग की गई समस्त इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनो एवं वीवीपैट मशीनों को शनिवार की प्रातः एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल परिसर बड़वानी में बनाये गये स्ट्रॉग रूम में सील किया गया। इस अवसर पर चुनाव आयोग द्वारा विधानसभावार नियुक्त गये सामान्य प्रेक्षक सुश्री रूबल अग्रवाल एवं श्री सुब्रत सतपथी, जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. राहुल फटिंग, अपर कलेक्टर श्री केके मालवीय, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सोहन कनाश, संबंधित विधानसभा के रिटर्निग अधिकारी, राजनैतिक दलो के पदाधिकारी, अभ्यर्थी व उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
विधानसभावार निर्मित इन स्ट्रॉग रूम की सुरक्षा व्यवस्था 41वी सीआरपीएफ बटालियन मुख्यालय भोपाल के सशस्त्र बल के जवान कर रहे है। सशस्त्र बल के यह जवान 3 दिसम्बर तक सत्त स्ट्रॉग रूम की सुरक्षा 24 घण्टे करते रहेंगे । जिले की बात की जाए जो बडवानी जिले में 77.32 प्रतिशत मतदान हुआ। इस प्रकार जिले में कुल 8 लाख 26 हजार 667 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है। जिले का कुल मतदान प्रतिशत 77.32 है। इसी प्रकार जिले में 4 लाख 19 हजार 232 पुरूषों ने तो 4 लाख 7 हजार 421 महिलाओं ने तथा 14 थर्ड जेण्डर ने मतदान किया है। पुरूषों का प्रतिशत 78.57 है तो महिलाओं का 76.07 तथा थर्ड जेण्डर का मतदान प्रतिशत 66.67 रहा। वहीं जिले की चारों विधानसभा की बात करे तो सेंधवा विधानसभा में कुल 76.86 प्रतिशत, राजपुर विधानसभा में 82.36 प्रतिशत, पानसेमल विधानसभा में 77.82 प्रतिशत तथा बड़वानी विधानसभा में 72.68 प्रतिशत मतदान हुआ है।
मतदान के बाद विधानसभाओं की तस्वीर-
बडवानी विधानसभा
बडवानी जिले की चारों विधानसभा में मतदान के बाद अब अलग तस्वीर दिखाई देने लगी है। बडवानी से भाजपा की ओर से प्रदेश सरकार में मंत्री प्रेमसिंह पटेल मैदान में है। तो कांग्रेस से राजन मंडलोई मैदान में है। बडवानी सीट के लिए हुए मतदान का प्रतिशत और जो रूझान सामने आ रहे है उसके मुताबिक मुकाबला कांटे का है। राजन मंडलोई पिछले पांच साल से लगातार मेहनत कर रहे थे। जिसका नतीजा रहा कि उन्हें कांग्रस का टिकट मिला। इधर प्रेमसिंह पटेल के परिवार का क्षेत्र में दबदबा है और पांच साल मंत्री के रूप में काम किया। बेहद सरल और सहज स्वभाव के प्रेम सिंह पटेल सोशल इंजीनियरिंग के मास्टर माने जाते हैं। जिसके कारण मुकाबला कांटे का हो गया है। हालांकि परिणाम क्या होगा यह तीन दिसंबर को साफ हो पाएगा। बता दे 2018 में बडवानी सीट पर 76.64 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं इस बार 72.68 प्रतिशत मतदान हुआ है।
सेंधवा विधानसभा
सेंधवा सीट भी खासी चर्चा में है। यहां से भाजपा की ओर से 15 साल मंत्री रहे अंतरसिंह आर्य मैदान में है, वहीं कांग्रेस से नया चेहरा जयस जिलाध्यक्ष मोंटू सोलंकी मैदान में है। बता दे सेंधवा सीट पर 2018 में 75.23 प्रतिशत मतदान हुआ था, वहीं इस बार 76.86 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां भी कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है। बता दे क्षेत्र के धनोरा, चाचरिया, बलवाडी, धवली क्षेत्र और पहाडी इलाके हार जीत का निर्णय करते है। इस बार मतदाता किसे आर्शिवाद देते है यह तीन दिसंबर को मालूम हो सकेगा।
राजपुर विधानसभा-
राजपुर सीट भी खासी चर्चा में है क्योंकि इस सीट से कमलनाथ सरकार में गृहमंत्री रहे बाला बच्चन कांग्रेस से मैदान में है। वहीं भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री देवीसिंह पटेल के पुत्र अंतर पटेल मैदान में है। बाला बच्चन को 1 हजार से भी कम वोट से जीत मिली थी। इस कारण इस बार का चुनाव और भी कड़ा हो गया है। यहां काफी कम अंतर से फिर हार जीत होने की चर्चा हो रही है। हालांकि इस बार कौन बाजी मारता है, यह तीन दिसंबर को तय हो पाएगा। 2018 में राजपुर सीट के लिए 79.72 प्रतिशत मतदान हुआ था, वहीं 2023 में 82. 36 प्रतिशत मतदान हुआ है।
पानसेमल विधानसभा-
पानसेमल सीट की। 2018 के चुनाव में पानसेमल सीट के लिए 77.38 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं इस बार 77.82 प्रतिशत मतदान हुआ है। पानसेमल सीट पर कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी चंद्रभागा किराडे मैदान में है। वहीं भाजपा से नया चेहरा श्याम बर्डे को मैदान में है। कांग्रेस में बगावती सुर और कांग्रेस के एक बागी रमेश चौहान के निर्दलिय मैदान में खडे होने के कारण यहां कांग्रेस की राह मुश्किल दिखाई दे रही है। जिसके चलते यहां से श्याम बर्डे के लिए खुशखबरी मिल सकती है, हालांकि पानसेमल सीट किस के पाले में जा रही यह तो तीन दिसंबर ही बताएगा।