खरगोन में कैदी की मौत के बाद से बवाल, जेल प्रहरी व मुख्य प्रहरी को निलंबित, जेलर पर कार्रवाई की मांग, परिजन ने 4 घंटे तक किया हंगामा

खरगोन से दिनेश गीते की रिपोर्ट।
खरगोन में एक कैदी की मौत पर हंगामा जारी है। हंगामे के बाद जेल प्रहरी व मुख्य प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन जेलर के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं होने से परिजनों व समाजजनों में अभी भी आक्रोश है।
बता दे खरगोन में आबकारी एक्ट के तहत जिला जेल में बंद आरोपी रवि पाल की मौत के बाद रविवार देर शाम इन्दौर से शव पहुंचने पर परिजनों व समाजजनों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने एम्बुलेंस में शव रखकर सैकडो लोगो ने प्रदर्शन नारेबाजी के बीच जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोगो ने 23 वर्षीय युवक रवि पाल की जेल में बंद होने के दौरान मारपीट होने पर तबीयत बिगडने के गंभीर आरोप भी लगाये। भारी पुलिस बल तैनाती में पाल समाज के साथ सकल हिन्दू समाज के लोगो ने नारेबाजी कर दोषीयो पर कार्यवाही को लेकर ज्ञापन सौपा। गौरतलब है की चार दिन पहले आबकारी एक्ट के तहत मृतक युवक की जिला जेल में तबीयत बिगडने पर खरगोन जिला अस्पताल से उपचार के बाद इन्दौर रैफर किया गया था, लेकिन बीच रस्ते में युवक की मौत हो गई थी। गौरतलब है की मृतक रवि पाल ने अपनी मौत के पहले जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाये थे। मृतक का विडियो वायरल होने के बाद खरगोन के लोगो में जमकर आक्रोश है।

आबकारी विभाग और जेल प्रबंधन पर मारपीट के आरोप लगे है। रविवार शाम को सैकडो महिलाओ सहित हजारो लोगो ने कलेक्ट्रेट के सामने सडक पर शव के इंतजार में प्रदर्शन कर रहे थे। चक्काजाम जैसे हालात हो गये थे। मौके पर विधायक रवि जोशी, पूर्व मंत्री बालकृष्ण पाटीदार, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेन्द्र सिह राठौर और सांसद प्रतिनिधि कल्याण अग्रवाल सहित बडी संख्या में जनप्रतिनिधी भी पहुंचे थे। आक्रोशित परिजनों व लोगो का आरोप था की जेल प्रबंधन, आबकारी विभाग के लोगो ने युवक के साथ मारपीट की है। इधर कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने न्यायिक जांच के आदेश के साथ जिला जेल के मुख्य प्रहरी तुलसीराम वर्मा और प्रहरी निरोज सोलंकी दोनो प्रहरी को निलंबित किया। वही आबकारी उप निरीक्षक सचिन भास्करे को जिले से हटाने के लिये आयुक्त को पत्र लिखा है। कलेक्टर ने मृतक के परिजनो को रेडक्रास के माध्यम से एक लाख रूपये की सहायता राशि में देने की घोषण की। सकल हिन्दू समाज सहित परिजनो का कहना है की रवि पाल को झूठा प्रकरण बनाकर पकडा गया था। मौत के जो भी दोषी है उन पर कठोर कार्यवाही होना चाहिये। वहीं विधायक रवि जोशी ने भी शराब का झूठा प्रकरण बनाकर युवको को गिरफ्तार करने का आरोप लगाकर प्रशासन से दोषियों पर कार्यवाही की बात कही। वहीं न्यायिक हिरासत मे युवक की मौत पर मृतक के परिजनो को 1 करोड रूपये के की सहायता राशि देने की मांग की है।

