मध्य प्रदेश; भाजपा की दूसरी सूची में बड़े नेता विजयवर्गीय, तोमर, प्रहलाद, सीएम की कुर्सी पर शिवराज के लिए खडा हो सकता है संकट
भोपाल डेस्क।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने एक महीने बाद प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी जारी कर दी जिसमें तीन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते सहित सांसद शामिल हैं। प्रत्याशियों की सूची में जो बड़े नाम हैं, उससे भाजपा की सरकार बनने की स्थिति में मुख्यमंत्री कुर्सी की दावेदारी बढ़ जाएगी और शिवराज सिंह चौहान का पांचवीं बार सीएम बनने का रास्ता मुश्किल भरा हो सकता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक दो लोगों के टिकट काटे गए हैं तो चार समर्थकों को टिकट भी दिए गए हैं।
बता दे भाजपा ने चुनाव की तारीखों के ऐलान के पहले ही अपने 78 प्रत्याशियों की दो सूचियां जारी कर दी हैं। पहली सूची में जिस तरह हारी सीटों पर नामों को तय किया गया था, उसी तरह दूसरी सूची में भी वे सीटें ही हैं। इस सूची में कई ऐसे बड़े नाम हैं जिनकी वजह से 2023 में भाजपा की पांचवीं बार सरकार की स्थिति में मुख्यमंत्री को लेकर घमासान की स्थिति बन सकती है। नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, फग्गन सिंह कुलस्ते के नाम सीएम कुर्सी के लिए सबसे चर्चा में है, क्योंकि आदिवासियों को प्रभावित करने के लिए कुलस्ते को भाजपा नेतृत्व कुर्सी पर बैठा सकता है। वहीं ओबीसी के नाम प्रहलाद पटेल सीएम बनाए जा सकते हैं। मगर वरिष्ठता क्रम का ध्यान में रखा गया तो तोमर व विजयवर्गीय के नाम होंगे। वैसे केंद्रीय नेतृत्व की पहली पसंद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ही होने की संभावना रहेगी क्योंकि वे मोदी सरकार में अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्त मंत्रियों में गिने जाते हैं।
सिंधिया को फायदा और नुकसान भी
सिंधिया की सबसे ज्यादा विश्वस्त इमरती देवी को डबरा से टिकट दे दिया गया है जबकि वे उपचुनाव हार गईं थीं। इमरती देवी के स्टाफ की भूमिका निभाते रहे सिंधिया समर्थक मोहन सिंह राठौर को भी भाजपा ने भितरवार से टिकट दे दिया है। सिंधिया खेमे के ही माने जाने वाले रघुराज कंसाना व हरेंद्र सिंह बना बंटी को भी टिकट मिल गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि सूची में सिंधिया समर्थक गिर्राज दंडोतिया का दिमनी से टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दिया गया है तो करैरा से दूसरे समर्थक जसवंत जाटव को टिकट नहीं मिल सका है। उनकी जगह रमेश खटीक को प्रत्याशी बनाया है।
इन्हें बनाया प्रत्याशी
श्योपुर से दुर्गालाल विजय, मुरैना से रघुराज कंसाना, दिमनी से नरेंद्र सिंह तोमर, भितरवार से मोहन सिंह राठौर, लहार से अमरीश शर्मा गुड्डू, डबरा से इमरती देवी, सेवढ़ा से प्रदीप अग्रवाल, करैरा से रमेश खटीक, राघौगढ़ से हिरेंद्र सिंह बना बंटी, देवरी बृजबिहारी पटेरिया, राजनगर से अरविंद पटेरिया, सतना से गणेश सिंह, मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी, सीधी से रीती पाठक, सिंहावल से विश्वामित्र पाठक, कोतमा से दिलीप जायसवाल, जबलपुर पश्चिम से राकेश सिंह, डिंडौरी से पंकज टेकाम, निवास से फग्गन सिंह कुलस्ते, कंटगी से गौरव पारधी, नरसिंहपुर से प्रहलाद सिंह पटेल, गाडरवारा से उदयप्रताप सिंह, जुन्नारदेव से नत्थन शाह, छिंदवाड़ा से विवेक बंटी साहू, परासिया से ज्योति डेहरिया, घोड़ाडोंगरी से गंगाबाई उइके, उदयपुरा से नरेंद्र शिवाजी पटेल, खिलचीपुर से हजारीलाल दांगी, आगर मधु गेहलोत, शाजापुर से अरुण भीमावत, भीकनगांव से नंदा ब्राह्मणे, राजपुर से अंतर सिंह पटेल, पानसेमल से श्याम बर्डे, थांदला से कल सिंह भंवर, गंधवानी से सरदार सिंह मेड़ा, देपालपुर से मनोज पटेल, इंदौर एक से कैलाश विजयवर्गीय, नागदा खाचरौद से तेजबहादुर सिंह और सैलाना से संगीता चारेल को टिकट दिया गया है।