कसरावद में बाढ़ पीड़ितों और किसानों ने विधायक के साथ आक्रोशित होकर ज्ञापन सौंपा, दी आंदोलन की चेतावनी

जीवनयापन के लिए राज्यपाल से की सहायता और मुआवजे की गुहार
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने प्रभावितों के साथ पैदल मार्च कर कसरावद एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
आत्महत्या करने वाले आदिवासी किसान पंढरी बंशी भील के परिजनों हेतु 10 लाख रूपये की सहायता राशि की मॉग
खरगोन से इसहाक पठान की रिपोर्ट।
विधानसभा क्षेत्र कसरावद के बाढ़ पीड़ितों और किसानों ने आज शुक्रवार को दोपहर में म.प्र. के कृषि मंत्री रहे विधायक सचिन यादव के नेतृत्व में सड़क पर उतरकर अपने जीवन यापन के लिए राज्यपाल मंगूभाई पटेल से सहायता और मुआवजा राशि देने की गुहार लगाई है । बाढ़ पीड़ितों और अन्नदाताओं ने विश्वास जीनिंग परिसर से एस.डी.एम. कार्यालय तक राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन कर पैदल मार्च किया । कृषि मंत्री रहे विधायक सचिन यादव ने बाढ़ पीड़ितों और किसानों की मांगों को लेकर एक ज्ञापन एस.डी.एम. अग्रिम कुमार को राज्यपाल के नाम से सौंपा । फसलांे की बर्बादी और कर्ज के बोझ तले दबे खण्डवा जिले के गोराड़िया गॉव के एक आदिवासी किसान पंढरी बंशी भील द्वारा कल गुरूवार को पेड़ पर लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या करने पर श्री यादव ने दुःख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को 10 लाख रूपये की सहायता राशि तत्काल देने की मॉग को लेकर भी मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम से अलग से ज्ञापन सौंपा है ।
मप्र के पूर्व कृषि मंत्री रहे विधायक सचिन यादव ने राज्यपाल के नाम से ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि मप्र में निमाड़ अंचल सहित विधानसभा क्षेत्र कसरावद में भारी बारिश और बाढ़ से तबाह हुए गरीबों और किसानों को शासन प्रशासन की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार की सहायता राशि अथवा मुआवजा नहीं मिला है । गरीबों और अन्नदाताओं को अपना जीवन यापन करने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । उम्मीद के बाद भी सरकारी मदद नहीं मिलने से पीड़ितों में भारी जनाक्रोश है । उन्होनें आगे बताया कि फसलों की बर्बादी पर शासन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है । इसी से दुखी होकर कर्ज में दबे गोराड़िया के आदिवासी किसान पंढरी बंशी भील ने कल पेड़ पर लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । श्री यादव ने पीड़ित किसान के बेटे को नौकरी देने और उसका सारा कर्जा माफ करने की भी मांग की है । उन्होनें मृतक किसान की बर्बाद फसलों का सर्वे कराकर शत प्रतिशत मुआवजा देने की मॉग करते हुए उसकी तीनों बेटियों की शादी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में कराने की मांग की है । साथ ही उसके क्षतिग्रस्त मकान की मरम्मत हेतु भी मुख्यमंत्री और राज्यपाल को लिखा है ।
प्रभावित ग्रामीणों और किसानों को दिया जाए शत् प्रतिशत मुआवजा
विधायक श्री यादव ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मांग की है कि किसानों की फसलों का सर्वे कराकर उन्हें तत्काल शत् प्रतिशत मुआवजा दिया जाए । बाढ़ प्रभावित परिवारों को भी उनकी नुकसानी का सर्वे कराकर शत् प्रतिशत मुआवजा दिया जाए । तब तक के लिए प्रत्येक प्रभावित परिवार को अपने भरण पोषण के लिए रोजमर्रा की सामग्री की खरीदी के लिए 50-50 हजार रूपये की सहायता राशि दी जाए । बाढ़ में बह गये ग्रामीणों के परिजनों को सहायता राशि दी जाए । बह गये पशुधन का मुआवजा दिया जाए । शेष पशुधन के पशुआहार की व्यवस्था की जाए । पीड़ितों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाए । वर्षाजनित बीमारियों की रोकथाम की जाए और पीड़ितों का समुचित उपचार किया जाए । बिजली की सुविधा बहाल की जाए । किसानों के बह गये कृषि उपकरणों का मुआवजा दिया जाए । क्षतिग्रस्त सड़कें, पुल पुलियाओं, शाला भवनों और अन्य सरकारी भवनों की मरम्मत की जाए । विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जाए ।
डूब प्रभावितों की मांगों का भी किया जाए निराकरण
विधायक श्री यादव ने सौंपे ज्ञापन में लिखा है कि भारी बारिश के बाद नर्मदा की बाढ़ से कसरावद विधानसभा क्षेत्र की तटीय बस्तियों में सर्वाधिक नुकसानी हुई है । इन्हें बैकवॉटर की नीति के अनुसार लाभ, राहत और पैकेज दिया जाए । प्रभावितों का पुनर्वास कर उन्हें राहत शिविरों में रखा जाए और उनके भोजन पानी की व्यवस्था की जाए । नर्मदा नदी के किनारे के गॉवों की बस्तियों के रहवासियों को शासकीय भूमि पर प्लॉट आवंटित कर बसाया जाए । यहॉ पर समुचित मूलभूत सुविधाएॅ उपलब्ध कराई जाए । महेश्वर जल विद्युत परियोजना के डूब प्रभावित गॉवों के लोगों को भी उचित मुआवजे , पुनर्वास और विकास की मांग अभी तक अनसुनी है । इनकी मांगों का भी निराकरण कर डूब प्रभावितों को मुख्यधारा में शामिल किया जाए ।
सचिन यादव ने आंदोलन की दी चेतावनी
इस मौके पर कसरावद में श्री यादव ने कहा कि मप्र में भाजपा के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने किसानों और गरीबों की अनदेखी कर रखी है । पीड़ितों की समस्याओं और मांगों का निराकरण नहीं होने से जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है । श्री यादव ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने प्रभावितों और किसानों की मांगों का 10 दिनों में निराकरण नहीं किया तो कांग्रेस 2 अक्टूबर को कसरावद में रैली, प्रदर्शन, धरना, घेराव और जंगी आंदोलन करेगी । इस अवसर पर प्रदर्शनकारी बाढ़ प्रभावितों और किसानों के साथ कसरावद के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, परसराम यादव, नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती विमल राजेन्द्रसिंह यादव, उपाध्यक्ष श्रीमती रचना पप्पू सोनी, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सारिका राजेश बागदरे, उपाध्यक्ष श्रीमती उमा लक्ष्मण पटेल, इंदरसिंह राठौर , कैलाश सिंह दरबार, गुलशेर खॉन, शंकर सिंह दरबार, अमर सिंह पटेल आदि भी मौजूद थे ।