अज्ञान की नींद से हमें जगाती है भागवत- गोस्वामी ब्रजोत्सव महाराज
। भागवत मृत्यु का भय दूर कर भक्ति में विराजित करती है
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट
मल्हारगंज स्थित गोवर्धननाथ मंदिर हवेली प्रांगण में कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत कथा प्रारम्भ
इंदौर । आज मनुष्य को संसार का ज्ञान तो बहुत होता है लेकिन स्वयं का ज्ञान, अपने कर्तव्य और दायित्व का ज्ञान नहीं होता। भागवत हमें अपने स्वरूप का ज्ञान कराती है। भागवत मृत्यु का भय दूर कर भक्ति में विराजित करती है। ज़ब मनुष्य को आनंद लेना होता है तो वह भौतिक संसाधनों के माध्यम से आनंद लेता है। उसी प्रकार ज़ब ठाकुर जी आनंद लेने का मन होता है तब वे श्रोता व वक्ता के बीच भागवत का रसपान करते हैं।
यह बात पुरुषोत्तम मास महामहोत्सव के तृतीय चरण में यमुना महिला मंडल के आयोजकत्व में आज से प्रारम्भ श्रीमद भागवत कथा के शुभारम्भ पर व्यास पीठ से गोस्वामी ब्रजोत्सव जी महाराज बाबा श्री ने वैष्णवजनों को प्रथम दिन श्रीमद भागवत कथा के महात्मय बताते हुए कही। आपने कहा कि श्रीमद भागवत केवल पोती नहीं वरन स्वयं ठाकुर की वाणी स्वरूप मूर्ति, रसात्मक स्वरूप है। यह तो भक्त और भगवान की यात्रा है।
पुरूषोत्तम मास महामहोत्सव समिति जानकीलाल नीमा, मनोज नागर एवं सुरेश ठाकुर ने बताया कि इसके पूर्व मंदिर परिसर में ही पोथी के साथ कलश यात्रा निकाली गई। रविवार को व्यासपीठ का पूजन आयोजक मंडल की ओर से राजकुमार-सरिता नीमा द्वारा किया गया एवं समिति सदस्यों ने गोस्वामी ब्रजोत्सव महाराज का सम्मान भी किया गया।