पाद-पक्षालन के साथ किया ब्राह्मण भोज का आयोजन
जीवन में तीन ऋण देव, ऋषि व पित ऋण से मुक्ति गृहस्थ जीवन में ही की जा सकती है।
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट
श्री अन्नपूर्णा क्षेत्र माहेश्वरी महिला मंडल का दो दिवसीय आयोजन का हुआ समापन
इन्दौर ।आरटीओ रोड़ स्थित विट्ठल रूकमणी गार्डन में श्री अन्नपूर्णा क्षेत्र माहेश्वरी महिला मंडल का दो दिवसीय आयोजन हुआ। जिसमें वागधीश बाबाश्री के प्रवचनों के साथ ही एकादशी व्रत, तुलसी विवाह एवं ब्राह्मण भोज का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में माहेश्वरी समाज की पूर्वी, पश्चिम क्षेत्र की महिला मंडलों के साथ ही वरिष्ठजन भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
श्री अन्नपूर्णा क्षेत्र माहेश्वरी महिला मंडल अध्यक्ष सीमा माहेश्वरी सचिव पूनम मालपानी एवं प्रचार प्रमुख अजय सारड़ा ने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम स्व. सरस्वती देवी सारड़ा की स्मृति में गिरधारीलाल सारड़ा द्वारा आयोजित किया गया था। जिसमें 15 जोड़ों ने एकादशी व्रत उद्यापन एवं 15 जोड़ों ने तुलसी विवाह मनोरथ में भाग लिया। दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन ब्राह्मण भोज कराया गया। ब्राह्मणों का पाद-पक्षालन श्री अन्नपूर्णा क्षेत्र माहेश्वरी मंडल की टीम द्वारा किया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम में वागधीश बाबाश्री ने प्रवचनों की अमृत वर्षा भी की। उन्होंने पुरूषोत्तम मास में का महत्व बताते हुए कहा कि परमात्मा की भक्ति गृहस्थ जीवन में जो की जाती है वह सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। जीवन में तीन ऋण देव, ऋषि व पित ऋण से मुक्ति गृहस्थ जीवन में ही की जा सकती है। जब तक इन तीनों ऋणों से मुक्ति नहीं मिलती है तब तक जीवन को मुक्ति नहीं मिलती है। बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं उपस्थित थी।