भारतीय समाज के लिए हरि और हर के मिलन का यह प्रसंग अत्यंत महत्वपूर्ण – महामंडलेश्वर
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट
प्राचीन हंसदास मठ पर पद्मिनी एकादशी के उपलक्ष्य में पूजा-अर्चना और अभिषेक – प्रतिदिन पारायण जारी
इंदौर, । पुरुषोत्तम और श्रावण मास का अदभुत संयोग सबसे ज्यादा पुण्य देने वाला माना गया है। हरि अर्थात विष्णु और हर अर्थात महादेव के मिलन का यह प्रसंग भारतीय समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। पद्मिनी एकादशी का पावन पर्व इस पूरे पुरुषोत्तम मास को आल्हादकारी बनाने वाला होता है। एकादशी का व्रत कई गुना अधिक पुण्य और फल देने वाला माना गया है।
हंस पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज ने आज बड़ा गणपति, पीलियाखाल स्थित प्राचीन हंसदास मठ पर चल रहे भागवत पारायण में भगवान लड्डू गोपाल और शिवजी के मिलन स्वरूप दोनों का अभिषेक एवं पूजा-अर्चना करते हुए उक्त प्रेरक बातें कही। महामंडलेश्वरजी के साथ सैकड़ों भक्तों ने भी आज पद्मिनी एकादशी के उपलक्ष्य में भागवत पारायण कर रहे विद्वानों और आचार्यों का पूजन भी किया। विद्वानों में आचार्य विवेकृष्ण शास्त्री एवं आचार्य राजेश शास्त्री के मार्गदर्शन में यहां प्रतिदिन भागवत का मूल पारायण और अर्चन अभिषेक का क्रम पुरुषोत्तम मास के पहले दिन से चल रहा है।