बड़वानी; केबिनेट मंत्री ने किया आयुष्मान भारत योजना के पीवीसी कार्ड का वितरण

बड़वानी से पीयूष पंडित की रिपोर्ट।
आयुष्मान भारत योजना गरीब परिवारों के ईलाज के लिए अनूठी एवं जीवन दायिनी योजना है। कभी-कभी पैसे के अभाव में गरीब व्यक्ति अपने परिजनों का महंगा ईलाज नही करा सकता था, परन्तु योजना के अंतर्गत दिये गये कार्ड से 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क ईलाज चिन्हित अस्पतालों में हो रहा है।
प्रदेश के केबिनेट मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने उक्त बाते शनिवार को शहीद भीमा नायक महाविद्यालय बड़वानी के सभागृह में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। इस दौरान केबिनेट मंत्री ने कुछ हितग्राहियों को प्रतीकात्मक रूप से आयुष्मान भारत योजना के पीवीसी कार्ड का वितरण किया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्री बलवंतसिंह पटेल, नगर पालिका बड़वानी अध्यक्ष श्रीमती अश्विनी निक्कू चोहान, पाटी जनपद अध्यक्ष श्री थानसिंह सस्ते, नगर पालिका बड़वानी उपाध्यक्ष श्री सुभाष भावसार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिता सिंगारे, नगर पालिका बड़वानी सीएमओ श्री भूपेन्द्र दीक्षित, जनप्रतिनिधिगण श्री पप्पू पटेल, श्री भूपेन्द्र गोयल, श्री हीरा यादव उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाईव प्रसारण देखा गया
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के शहडोल जिले में आयोजित कार्यक्रम के लाईव प्रसारण को देखा एवं सुना गया। इस दौरान प्रधानमंत्री जी ने सिकलसेल उन्मूलन मिशन 2047 एवं सिकलसेल के नेशनल पोर्टल का भी शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में आयुष्मान भारत योजना के कुल 282861 पीवीसी कार्ड प्राप्त हुए है। जनपद पंचायत सेध्ंावा में 72286, बड़वानी में 45730, पाटी में 27886, राजपुर में 30794, पानसेमल में 29945, ठीकरी में 22856, निवाली में 23914, नगर पालिका सेंधवा में 9795, बड़वानी में 8985, नगर परिषद अंजड़ में 5733, राजपुर में 1823, निवाली में 2569 तथा ठीकरी में 545 हितग्राहियों के पीवीसी कार्ड प्राप्त हुए है। जिन्हे आज ग्राम पंचायत स्तरीय कार्यक्रम एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान हितग्राहियों को वितरित किये गये है। साथ ही जिले में 555 व्यक्तियों के अनुवांशिक परामर्श कार्ड भी प्राप्त हुए है।
बड़े काम आएगा आनुवांशिक परामर्श कार्ड
राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन के तहत जिले के 555 ऐसे व्यक्तियों को आनुवांशिक परामर्श कार्ड बांटे गये है, जिनके पूर्व में सिकल सेल की जांच हुई है। यह कार्ड परिवार और समाज की जागरूकता के लिए बड़े काम का साबित होगा। इस कार्ड में सम्बंधित व्यक्ति का नाम आयु, पता, तो होगा ही साथ ही सिकल सेल की जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव या पॉजिटिव रूप में अंकित होगी। इसके अलावा इस परामर्श कार्ड का उपयोग किसी कुंडली की तरह भी किया जा सकता है। क्योंकि कार्ड के दूसरी ओर वो संकेत है जो शादी जैसे कार्यो के लिए मार्गदर्शन कर सकता है।
ऐसी स्थिति में कर सकते है विवाह
हिमोग्लोबिनो जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड याने की आनुवांशिक परामर्श कार्ड यह कार्ड परामर्श करेगा कि अगर सभी सामान्य बच्चें है तो शादी कर सकते हैं और अगर 50 प्रतिशत सामान्य व 50 प्रतिशत रोग वाहक (कैरियर) बच्चें है तो भी शादी कर सकते हैं। इसके अलावा 50 प्रतिशत सामान्य व 50 प्रतिशत रोग वाहक बच्चों की शादी की जा सकती है। इसके अलावा ऐसे सभी रोग वाहक बच्चों की भी शादी कर सकते है।
ऐसी स्थिति है तो ले उचित परामर्श और शादी न करें
आनुवांशिक परामर्श कार्ड में जांच के आधार पर 25 प्रतिशत रोगी (डिसीस), 50 प्रतिशत रोग वाहक (कैरियर), 25 प्रतिशत सामान्य को शादी से पहले सोचना होगा। जबकि 50 प्रतिशत रोगी (डिसीस) 50 प्रतिशत रोग वाहक (कैरियर) बच्चों की शादी उचित नहीं है। 50 प्रतिशत रोगी, 50 प्रतिशत रोग वाहक बच्चों की शादी उचित नहीं तथा सभी रोगी (डिसीस) बच्चों की शादी उचित नहीं है। इस तरह के संकेत बताये गए है। जो उचित मार्गदर्शन करता है। जिससे जनजतीय समाज मे जनजागरूकता के साथ सिकल सेल फैलने से बचाया जा सकता है। साथ ही जांच के बाद सावधानियों औए उपचार के लिए आवश्यक मार्गदर्शन डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है।
