विविध
भगवान तो हर क्षण कृपा और करुणा की वर्षा के लिए तैयार, कमी हमारी भक्ति एवं श्रद्धा में
भगवान न तो कोई युग देखते हैं, न योनि, न जगह और न ही कोई धर्म या जाति
इंदौर,। भगवान तो हर क्षण कृपा और करुणा की वर्षा करने के लिए तत्पर रहते हैं, हम ही अपनी भक्ति और श्रद्धा में कंजूसी कर रहे हैं अन्यथा भगवान न तो कोई युग देखते हैं, न योनि, न जगह और न ही कोई धर्म या जाति। वह तो पशुओं पर भी कृपा करने में देर नहीं करते। कलियुग में भी भगवान अपने भक्तों पर ही नहीं, जीव मात्र की रक्षा एवं कल्याण के लिए भी हमेशा तैयार रहते हैं, कमी है तो हमारी भक्ति और श्रद्धा में।
श्रीधाम वृंदावन के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद के सानिध्य में साध्वी कृष्णानंद ने गीता भवन में चल रही नानीबाई के मायरे की कथा में उक्त दिव्य विचार व्यक्त किए। व्यासपीठ का पूजन समाजसेवी प्रेमचंद गोयल, विष्णु बिंदल, अरविंद बागड़ी, किशोर गोयल, सुभाष बजरंग, श्याम अग्रवाल मोमबत्ती आदि ने किया।