विविध

घर आंगन को साफ-सुथरा रखने के संकल्प सहित यादव समाज के 5 नवयुगलों ने लिया आठवां फेरा

चंद्रवंशी यादव समाज की पांच बेटियों को उपहारों सहित दी गई विदाई

इंदौर,।  शहनाई एवं डोल-नगाड़ों की सुर लहरियों के बीच परदेशीपुरा स्थित राधा कृष्ण मंदिर गुरुवार को यादव समाज के पांच युगलों के परिणय बंधन का साक्षी बन गया। इसके पूर्व परदेशीपुरा चौराहा स्थित सुगनी देवी मैदान से घोड़ियों पर सवार दूल्हों एवं बग्घियों में बैठी सजी-धजी दुल्हनों की शोभायात्रा बैंड बाजों सहित निकाली गई। समाज बंधुओं ने नाचते-गाते हुए अपनी खुशियां व्यक्त की। सभी परंपरागत रस्मों के पालन के बाद नवयुगलों ने सात जन्मों तक साथ निभाने के लिए सात फेरे और आठवां फेरा अपने घर आंगन को साफ-सुथरा रखने के संकल्प के साथ लिया।

           समाज के अध्यक्ष संतोष यादव, ललित यादव एवं विशाल यादव ने बताया कि विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, एमआईसी सदस्य मनीष शर्मा मामा,  अ.भा. बलाई समाज के अध्यक्ष मनोज परमार सहित अनेक विशिष्ट अतिथियों ने नवयुगलों को शुभाशीष प्रदान किए। बारात के विवाह स्थल पहुंचने पर पांच तोरण द्वार, पांच लग्न वेदी,  पांच मंडप एवं पांच पंडितों की व्यवस्था के बीच तोरण की बेला में हजारों समाज बंधुओं ने पुष्प वर्षा कर नवयुगलों के मंगलमय और यशस्वी दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं व्यक्त की। वैदिक मंगलाचरण एवं मंत्रोच्चार के बीच  जैसे ही दूल्हा-दुल्हनों  एक-दूसरे को वरमाला पहनाई, मंदिर परिसर जय यादव, जय माधव के उदघोष से गूंज उठा। अतिथियों ने शाम को आशीर्वाद समारोह में नवुयगलों को पलंग, गादी-बिस्तर, चांदी के गहने, बर्तन, टेबल पंखा, प्रेस एवं गृहस्थी चलाने योग्य अन्य उपहारों सहित विदा किया। समाज के वरिष्ठजनों ने भी अपनी ओर से नवयुगलों को ढेरों उपहार दिए।

32 वर्षों से यादव समाज द्वारा चंद्रवंशी यादव समाज की बेटियों के हाथ पीले करने की जिम्मेदारी उठाई जा रही है। इस बार सामूहिक विवाह में इंदौर, नाथद्वारा, महू, नीमच एवं जावरा के युगलों  तथा उनके मेहमानों एवं रिश्तेदारों ने भाग लिया। सामूहिक विवाह में आए मेहमानों के लिए तीन समय नाश्ता-चाय, तीन समय भोजन आदि की व्यवस्था की गई थी। अधिकतम 21 व्यंजनों की सीमा का पालन भी किया गया, वहीं चल समारोह से यातायात बाधित नहीं होने देने, आशीर्वाद समारोह निर्धारित समय पर शुरू करने जैसे संकल्प भी निभाए गए। समूचे विवाह स्थल को आकर्षक विद्युत एवं पुष्प सज्जा से श्रृंगारित किया गया था।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!