बियाबानी उर्स के पांचवी रात्रि में हुआ जवाबी कव्वाली का आयोजन, कव्वाली की धूम में झूम उठे श्रद्धालु।

रिपोर्टर शाहीद पठान
धार/ हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक हजरत अब्दुल्ला शाह दाता बियाबानी की मजार पर चल रहे दस दिवसीय सालाना उर्स के दौरान रविवार रात्रि आस्ताने पर जवाबी कव्वाली का आयोजन किया गया। अहमदाबाद और दिल्ली से आए कव्वालों ने कलाम पेशकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया
कालीबावड़ी स्थित हजरत अब्दुल्ला शाह दाता बियाबानी के आस्ताने पर अहमदाबाद से आए कव्वाल अनीस नवाब और दिल्ली से आये कव्वाल गुलाम वारिस के बीच जवाबी मुकाबला हुआ। कव्वाल अनीस नवाब ने कलाम ‘सोने के कलश वाले ख्वाजा मोरे अगने में आजा…’ सुनाया!
जवाब में गुलाम वारिस ने ” लाखों में हसीन है मेरा सनम अब्दुल्ला बियाबानी कव्वालों के कलाम को सुनने के लिए अकीदतमंदों का जमावड़ा पूरी रात लगा रहा।
उर्स कमेटी के सदर मोइनुद्दीन हवलदार व कार्यवाहक सदर अबरार खान एवं लालू वकील साहब ने बताया कि कमेटी के सदर मोइनु हवलदार ने दोनों कव्वालों तथा अथिति धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेड़ा धरमपुरी नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ जियाहुल हक़ धामनोद नगर परिषद अध्यक्ष प्रधिनिधि विष्णु पाटीदार पी पी सी सदस्य भीमसिंह ठाकुर पूर्व जनपत उपाध्यक्ष अजय पाटीदार ब्लाक कॉग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र पाटीदार जयसिंह पटेल जिला महामंत्री जावेद खान अनवर बारिया को माला-साफा पहनाकर उनका स्वागत किया।
