सर्व ब्राह्मण समाज के 40 युगलों का सामूहिक विवाह संपन्न
संपन्न – उपहार में दिए सोने और चांदी के आभूषण
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट: ——
अनेक संत और राजनेता भी हुए शामिल
इंदौर, ब्राह्मणों के दर्शन चारों धाम की यात्रा जैसे पुण्यदायी होते हैं। इनके दर्शन और आशीर्वाद का मतलब यही है कि हमारे खाते में पुण्य जमा हो गया है । यहां ब्राह्मण समाज के 40 जरूरतमंद परिवारों की बेटियों के सामूहिक विवाह का इतना शालीन, सुनियोजित और शास्त्रों के अनुरूप विवाह का आयोजन अन्य संगठनों के लिए भी प्रेरक और अनुकरणीय है। आज के युग में सोने, चांदी के गहनों सहित गृहस्थी योग्य उपहार भेंट कर इन्हें विदा करने का प्रसंग भी प्रशंसनीय है।
ये विचार हैं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय के, जो उन्होंने आज आद्य गौड़ ब्राह्मण सेवा न्यास की मेजबानी में एयरपोर्ट रोड स्थित दलाल बाग पर आयोजित 40 बेटियों के सामूहिक विवाह समारोह में उन्हें आशीर्वाद देते हुए व्यक्त किए। श्री श्रीविद्याधाम के महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती एवं महामंडलेश्वर स्वामी रामगोपालदास के सानिध्य में यज्ञ-हवन तथा शास्त्रोक्त विधि से विवाह की सभी रस्में संपन्न कराई गई। इस अवसर पर विधायक संजय शुक्ला, पं. योगेन्द्र महंत, पं. योगेश मिश्रा, पं. विकास अवस्थी, अन्नू वाजपेयी, अशोक चतुर्वेदी, अनूप शुक्ला, संजय मिश्रा, सत्येन्द्र शर्मा, प्रहलाद किशोर मिश्रा सहित विभिन्न ब्राह्मण संगठनों के पदाधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे। प्रारंभ में आद्य गौड़ ब्राह्मण सेवा न्यास के अध्यक्ष पं. दिनेश शर्मा, पं. सुरेश काका, ने अतिथियों का स्वागत किया। महोत्सव की सभी व्यवस्थाएं विधायक पं. रमेश मेंदोला के मार्गदर्शन में की गई। समारोह में शहर के लगभग सभी ब्राह्मण संगठनों के 15 हजार समाजबंधु उपस्थित थे। विवाह की सभी रस्में आचार्य पं. प्रद्युम्न दीक्षित एवं आचार्य पं. गणेश शास्त्री ने संपन्न कराई।
पं. शर्मा ने बताया कि सुबह दलाल बाग से दूल्हा-दुल्हनों का भव्य चल समारोह बैंडबाजों सहित निकला। यह चल समारोह दलाल बाग के वीआईपी रोड, रामचंद्र नगर, छत्रपति, अग्रसेन नगर होते हुए पुनः दलाल बाग पहुंचा। सभी अतिथियों ने दूल्हे-दुल्हनों की अगवानी की और उन्हें भावी जीवन के लिए शुभाशीष प्रदान किए। उपहार में इन युगलों को स्वर्ण निर्मित मंगल सूत्र, नाक का लौंग, चांदी की पायजेब, बिछुड़ी, ज्वेलरी सेट के अलावा पलंग, अलमारी, सूटकेस, नए वस्त्र एवं 51 बर्तन देकर विदाई दी गई। विजयवर्गीय ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि आद्य गौड़ ब्राह्मण सेवा न्यास द्वारा बिना किसी प्रचार-प्रसार के इतने व्यवस्थित ढंग से इन जरूरतमंद परिवारों की बेटियों के परिणय की ऐसी व्यवस्था यहां की गई है। संचालन पं. दिनेश शर्मा ने किया। सभी नवयुगलों को समारोह के मंच पर ही शाही भोज की दावत एवं उपहारों के साथ विदाई दी गई।
विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर धर्म संस्कार और संस्कृति की नगरी है यह ऐसा शहर है जहां दो 2 ज्योतिर्लिंग की कृपा दृष्टि यहां के लोगों को मिली हुई है। इस तरह के प्रेरक एवं दिव्य आयोजन समाज को प्रेरणा देते हैं। इंदौर के लिए यह गौरव की बात है।