श्री श्रीविद्याधाम पर आज से दो दिवसीय विद्वत सम्मेलन, वेद संदेश यात्रा से होगा शुभारंभ
देश के प्रमुख धर्माचार्यों के सानिध्य में विशिष्ट विद्वानों द्वारा धर्म-संस्कृति, वेद, अध्यात्म एवं वास्तु सहित अनेक विषयों पर होगा मंथन
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट:——
इंदौर, ।विमानतल मार्ग स्थित श्री श्रीविद्याधाम पर आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी गिरिजानंद सरस्वती ‘भगवन’ की प्रेरणा से शंकराचार्य जयंती 25 अप्रैल से रामानुजाचार्य जयंती 26 अप्रैल तक दो दिवसीय विद्वत सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें धर्म, संस्कृति, अध्यात्म एवं वेदों की प्रासंगिकता सहित अनेक ज्वलंत मुद्दों पर जाने-माने संत विद्वानों द्वारा विचार मंथन किया जाएगा। मंगलवार को सुबह 8 बजे विद्याधाम परिसर से वैदिक विद्यार्थियों की वेद संदेश यात्रा के साथ इस महोत्सव का शुभारंभ होगा। यात्रा कान्यकुब्ज नगर, साठ फीट रोड, रतनबाग मेनरोड होते हुए पुनः विद्याधाम पहुंचेगी।
श्री श्रीविद्याधाम परिवार एवं विद्याधाम शिक्षण समिति तथा विद्याधाम आध्यात्मिक, पारमार्थिक और शैक्षिणक न्यास के तत्वावधान में हो रहे इस सम्मेलनके समन्वयक पं. दिनेश शर्मा एवं सुश्री उमा शुक्ला ने बताया कि विद्वत सम्मेलन में अब तक जिन विद्वानों की सहमति प्राप्त हुई है, उनमें महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि (अन्नपूर्णा आश्रम), महामंडलेश्वर स्वामी शांति स्वरूपानंद (चार धाम मंदिर उज्जैन), महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती (वृंदावन धाम), महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. चैतन्य स्वरूप (अखंड धाम, इंदौर), महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज (हंसदास मठ), महामंडलेश्वर स्वामी रामगोपालदास महाराज (राम मंदिर पंचकुइया), श्रीमहंत ब्रह्मचारी पवनानंद महाराज (वीर बगीची, इंदौर) तथा गोराकुंड रामद्वारा के संत अमृतराम महाराज प्रमुख हैं। इस सम्मेलन में आचार्य पं. कल्याणदत्त शास्त्री, आचार्य पं. राजाराम पाठक, आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा, आचार्य पं. डॉ. विनायक पांडे, आचार्य पं. किशोर शास्त्री, ज्योतिषाचार्य पं. जुगलकिशोर शास्त्री, आचार्य पं. डॉ. पतंजलि पांडे, आचार्य पं. अभिषेक पांडे, आचार्य पं. गोपाल बैरागी, आचार्य पं. पिंगलेश कचौले जैसे प्रमुख विद्वान भी शामिल होंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रकवि पं. सत्यनारायण सत्तन, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पं. पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, पं. संजय शुक्ला, आकाश विजयवर्गीय एवं इविप्रा के उपाध्यक्ष पं. गोलू शुक्ला तथा पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता भी विभिन्न सत्रों में आकर अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
*दोनों दिनों के कार्यक्रम-* शुभारंभ मंगलवार 25 अप्रैल को सुबह 8 बजे वेद-वेदांग यात्रा, 9 बजे वेद मंगलाचरण, 10 बजे उदघाटन सत्र होगा। सांसद शंकर लालवानी, वृंदावन के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर रामगोपालदास एवं आचार्य पं. कल्याण दत्त शास्त्री सानिध्य में इस सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। सुबह 11 बजे गुरू तत्व विवेचन, मूर्ति पूजा एवं पंचदेव उपासना का महत्व तथा कर्मकांड जैसे विषयों पर अतिथि विद्वान अपने विचार रखेंगे। दोपहर 3 बजे उज्जैन के डॉ. पतंजलि पांडेय एवं इंदौर के आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक मुख्य वक्ता के रूप में वेद की प्रासंगिकता, यज्ञ मीमांसा एवं अग्नि परिचय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। सायं 5.30 बजे विधायक संजय शुक्ला, अखंडधाम के महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी चेतनस्वरूप एवं आचार्य पं. डॉ. विनायक पांडेय के आतिथ्य में दुर्गा सप्तशती ग्रंथ की महिमा एवं विशिष्ट प्रयोग पर विद्वानों के व्याख्यान होंगे।