शिक्षा के साथ-साथ संस्कार और संस्कृति से भी हो परिचित

इंदौर ।आज आधुनिकता ने युवा पीढ़ी को अपने संस्कार और संस्कृति से दूर कर दिया। आज युवा पीढ़ी शिक्षित तो है लेकिन उनमें संस्कार और संस्कृति की कमी है। अभिभावक अपनी युवा पीढ़ी को आधुनिक दौर का पाठ तो पढ़ाए लेकिन उनमें अपने धर्म, समाज, संस्कार और संस्कृति का ज्ञान भी अवश्य दें ताकि युवक-युवती आगे चलकर अपना ओर परिवार के साथ-साथ समाज का भी नाम रोशन कर सके। उक्त विचार रेसकोर्स रोड स्थित खेल प्रशाल में मध्यप्रदेश जायसवाल कलचुरी महासभा द्वारा आयोजित उच्च शिक्षित युवक-युवती परिचय सम्मेलन के अवसर पर मुख्य अतिथियों ने सभी समाज बंधुओं ओर अभिभावकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मुख्य अतिथियों ने अभिभावकों से दहेज रहित विवाह करने का भी आग्रह किया साथ ही उन्हें अपने युवक-युवतियों की शिक्षा पर भी ध्यान देने पर जोर दिया ताकि वह आत्म निर्भर बन सके।
मध्यप्रदेश जायसवाल कलचुरी महासभा संरक्षक विजयकांत जायसवाल प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश जायसवाल एवं अभिषेक चौकसे ने बताया कि परिचय सम्मेलन की शुरुआत भगवान सहस्त्रबाहु की तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन के साथ की गई। अभय प्रशाल में आयोजित हुए एक दिवसीय परिचय सम्मेलन में शहर के साथ-साथ देश-विदेशों से भी युवक-युवती शामिल हुए थे। मंच से जहां युवतियों ने शिक्षित युवक की तलाश की तो वहीं युवकों ने भी अपने व परिवार के लिए सुशील व संस्कारी युवतियों की खोज की। सुबह से मिलने-मिलाने का दौर परिचय सम्मेलन स्थल पर चला। परिचय सम्मेलन में सभी राज्यो से 600 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थी तो वहीं मंच से 250 से अधिक युवक-युवती प्रत्याशियों ने अपने जीवन साथी के प्रति जिज्ञासाएं बताई।