जोशीमठ के दरकते पहाड़ पर्यावरण की बढ़ती अनदेखी की चेतावनी
– मालवांचल यूनिवर्सिटी में पर्यावरण संकट और खुशहाली विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
इंदौर। मालवांचल यूनिवर्सिटी द्वारा इंडेक्स मेडिकल कॅालेज सभागृह में पर्यावरण संकट एवं खुशहाली विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि इंडियन साइक्रेटिक सोसायटी (आईपीएस) के अध्यक्ष डॅा.एन एन राजू , कोषाध्यक्ष डॅा.एम अलीम सिद्दीकी,आईपीएस सेंट्रल जोन के अध्यक्ष डॅा.विपुल सिंह ने ऑनलाइन शुभारंभ किया। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज सभागृह में इस अवसर पर विशेष अतिथि डॅा. अनिल भंडारी ने पर्यावरण के विषय पर युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम पर्यावरण संरक्षण के लिए पहला कदम स्वयं उठाए। आज यदि हम इसी तरह पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते रहेंगे तो हमें जोशीमठ जैसी समस्याओं के लिए तैयार रहना चाहिए। भारत में आज सबसे ताजा उदाहरण जोशीमठ में दरकते पहाड़ के कारण कई परिवार अब यहां से पलायन कर रहे है। राष्ट्रीय संगोष्ठी की इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया,वाइस चेयरमैन मयंकसिंह भदौरिया ने सराहाना की। कार्यक्रम में इंडेक्स समूह के डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव,मालवांचल यूनिवर्सिटी प्रो.चासंलर डॅा.संजीव नारंग सहित विभिन्न विभागों के डीन और शिक्षक उपस्थित थे।
हम सभी पर्यावरण से बेहतर रिश्ता बनाए डॅा.रामगुलाम राजदान ने बताया कि आज पर्यावरण संकट के बढ़ने के लिए कई कारण जिम्मेदार बन रहे है। इसमें सभी तरह के प्रदूषण जैसे वायु,जल,ध्वनि में वृद्धि देखने को मिल रही है। इसमें जंगलों की कटाई,इकोसिस्टम में बदलाव,बढ़ता हुआ तापमान,ओजोन परत को होता नुकसान जिसके कारण पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है। आज हम बिना एसी के कार और घर में नहीं रहा पाते है। इसके कारण दुनिया के कई देशों में भूकंप,तूफान जैसे प्रकृतिक आपदाएं बढ़ती जा रही हैं। इसी तरह का उदाहरण अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में दिसंबर में आए बर्फीले तूफान में भी सैकड़ों जान चली गई। आज यदि पर्यावरण संकट को दूर नहीं किया गया। बढ़ते तापमान वर्ष 2070 जीव जंतु पृथ्वी पर नहीं रहेंगे। साइंटिस्ट दिलीप वाघेला ने कहा कि मानव कल्याण के लिए आज सबसे जरूरी है कि हम सभी पर्यावरण से बेहतर रिश्ता बनाए। पर्यावरण संरक्षण करेंगे तो हम सही मायनों में खुशहाल जीवन जी सकते है। जयश्री सिका ने पर्यावरण और इकोसिस्टम के बारे में जानकारी दी। आज पर्यावरण में मौजूद हर जीव और संसाधन के अपनी अहमियत है। शिक्षाविद् रमेश मंगल ने कहा कि पर्यावरण के बेहतर विकास के लिए सतत विकास सबसे ज्यादा जरूरी है। तभी हम आने वाले पीढ़ियों को एक बेहतर पर्यावरण दे सकेंगे। यदि पर्यावरण संकट में रहा तो हम संकट में होंगे। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज डीन डॅा.जीएस पटेल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण से जुड़े मुद्दों पर इसी तरह युवाओं और विशेषज्ञों के बीच एक सेतु बनना चाहिए। इस तरह के आयोजन सभी के लिए बेहतर होंगे। संचालन डॅा.अंकिता साही ने किया।