इंदौरचिकित्सा

पहला परमानेंट पेसमेकर इंप्लांट कर बचाई मरीज की जान

डॅाक्टरों की टीम ने आयुष्मान योजना में निःशुल्क की परमानेंट पेसमेकर इंप्लांट सर्जरी
इंदौर। इंडेक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत पहली बार निःशुल्क परमानेंट पेसमेकर इंप्लांट सर्जरी की गई। निजी अस्पतालों में पेसमेकर डिवाइस के लिए 2 से 3 लाख का खर्च आता है। डॅाक्टरों की टीम के प्रयासों के साथ सुपर स्पेशियलिटी सर्विसेस की बदौलत इंडेक्स सुपर स्पेशलिटी में मरीज को नया जीवनदान मिला है। चिकित्सा के क्षेत्र में इंडेक्स अस्पताल के डॉक्टर नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। इंडेक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों के प्रयासों से आयुष्मान योजना के अंतर्गत ह्रदय रोग के गंभीर से गंभीर ऑपरेशन भी होने लगे हैं। इंडेक्स हॉस्पिटल में पहला परमानेंट पेसमेकर सर्जरी की गई। इस सर्जरी पर डॅाक्टरों की पूरी टीम की इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया.वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया,डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव,अस्पताल अधीक्षक लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर ने सराहना की।

इंडेक्स अस्पताल का पहला परमानेंट पेसमेकर सर्जरी
डॅाक्टरों के अनुसार मरीज नरीन जुल्लो बी कुछ दिन पहले अचानक से दिल की धड़कन कम होने (कंपलीट हार्ट ब्लॅाक) की वजह से गंभीर हालत में भर्ती कराई गई थी। मरीज की स्थिति खराब होने पर डॅा.सुधीर मौर्या और डॅा. राजेश कंरजिया ने मरीज को टेम्पररी पेसमेकर मशीन लगाई थी। मरीज की स्थिति सामान्य होने के बाद इंडेक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 28 दिसंबर को सर्जरी कर मरीज को परमानेंट पेसमेकर लगाया गया। इस सर्जरी में ह्दय रोग विशेषज्ञ डॅा. निरंजन गर्ग,डॅा.सुधीर मौर्या के साथ डॅाक्टरों की टीम ने यह इंडेक्स अस्पताल का पहला परमानेंट पेसमेकर सर्जरी सफलता पूर्वक पूरा किया। परमानेंट पेसमेकर सर्जरी के जरिए पेसमेकर इंप्लांट कर उनकी जान बचाई गई। डॅाक्टरों की टीम में डॅा.राजेश करंजिया,डॅा.तनया जैन,डॅा.चित्रा डॅा.आयुषी,स्नेहलता सेंगर का प्रमुख योगदान रहा है।

गंभीर मरीज को मिला नया जीवनदान
डॅा.सुधीर मौर्या ने बताया कि आमतौर पर इंदौर के निजी अस्पतालों में इस इंप्लांट के लिए मरीज को 3 लाख रुपए तक खर्च करना होते है। इंडेक्स सुपर स्पेशियलिटी हॅास्पिटल में मरीज का आयुष्मान योजना के अंतर्गत पूरी तरह निःशुल्क सर्जरी और इलाज किया गया। मरीज नरीन जुल्लो बी कम्पलीट हार्ट ब्लॉक की शिकायत के साथ आई थी। इसमें जांच के दौरान पता चला कि मरीजों के हृदय की गति कम्पलीट हार्ट ब्लॉक के कारण सामान्य से बहुत कम हो गयी थी। मरीज की स्थिति गंभीर थी मरीज की जान बचाने के लिए पहले टेम्पररी पेसमेकर इंप्लांट किया गया। मरीज की जान बचाने के लिए स्थिति सामान्य होने पर परमानेंट पेसमेकर इंप्लांट करना बेहद जरूरी था।

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