इंदौर

मीडिया में आध्यात्मिक सोच रखकर जीवन में संतुलन तथा समाज में बदलाव ला सकते है: उपेन्द्र राय

इंदौर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय इंदौर जोन के क्षेत्रीय निदेशक एवं मीडिया प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश भाईजी की 9 वी पुण्य तिथि के अवसर पर ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश भाईजी सभागृह में मीडिया सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली से पधारे भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन उपेंद्र राय ने स्वस्थ और स्वच्छ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण – मीडिया की भूमिका” विषय पर मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार रखते हुए कहा कि धर्म और आध्यात्म की गंगा भारत से पूरी दुनिया में बह रही है। लेकिन धर्म और आध्यात्म को अलग-अलग नहीं समझने के कारण सबसे ज्यादा भटकाव भी भारत में ही हुआ है। सभी धर्मों की अलग-अलग मान्यताएं, परंपराएं और पूजा पद्धतियां हैं, लेकिन आध्यात्म इन सबसे अलग है। अध्यात्म मानव मात्र के लिए जरूरी है ।आध्यात्म हमें स्वयं की सही समझ देता है।

आगे आपने मीडिया की भूमिका विषय पर सोशल मीडिया के बढ़ते प्रयोग और प्रभाव के बारे में चर्चा करते हुए कहां कि सोशल मीडिया बिना किसी संपादक के, बिना किसी औपचारिकता के जनता तक सीधे अपनी बात पहुंच कर जागरण कर रहा है, लेकिन इसमें सावधानी रखने की आवश्यकता है। किसी भी मीडिया में आध्यात्मिक सोच रखकर स्वयं के जीवन में संतुलन और समाज में बदलाव ला सकते हैं।

इंदौर जोन की क्षेत्रीय निर्देशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने कहा कि समाज को स्वस्थ और स्वच्छ बनाने के लिए सर्वप्रथम हमें आंतरिक स्वच्छता को अपनाना होगा, इसके लिए जीवन एवं समाज को अपराध और अवगुणों से मुक्त रखना होगा, जिसमें मीडिया का महत्त्वपूर्ण योगदान हो सकता है। क्योंकि मीडिया की पहुंच हर व्यक्ति तक है। वह हर मन को प्रेरित और सशक्त कर सकता है।

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति डॉ. मानसिंह परमार
ने कहा की कलम की ताकत बहुत बड़ी है। एक डॉक्टर गलती करेगा तो एक मरीज ही मरेगा लेकिन कलम के माध्यम से कुछ ऐसी खबर लिखेंगे तो कितनों को नुकसान होगा। इसलिए मीडिया कर्मी को स्वयं को सकारात्मक बनाकर लोग मंगल की कामना से पत्रकारिता करनी होगी, तब समाज स्वस्थ स्वच्छ बनेगा।

इस अवसर पर दैनिक भास्कर के संपादक अमित मंडलोई ने कहा कि मीडिया समाज का प्रतिबिंब है। समाज में जो कुछ होता है, वही मीडिया दिखता है। हमें स्वस्थ और स्वच्छ समाज बनाना है, तो समाज के हर वर्ग को बदलना होगा और शुरूआत स्वयं से ही करनी होगी।

अग्निबाण के संपादक राजेश चेलावत में कहां कि जब-जब समाज में अप्रिय घटनाएं घटती है, मन में बड़ा आक्रोश होता है ,लेकिन उस आक्रोश की अभिव्यक्ति कलम के माध्यम से करते हैं तो एक आशा उत्पन्न होती है। अतः मन की ज्वाला को आशा के दीप में बदलने का कार्य मीडिया का है।

इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार अरविंद तिवारी ने भाईजी को श्रद्धांजलि देते हुए याद किया कि उन्होंने इंदौर में पत्रकारिता और मीडिया जगत को ब्रह्माकुमारी संस्थान से जोड़ा और उन्हें मूल्यनिष्ठ पत्रकरिता करने की प्रेरणा दी। प्रजातंत्र के संपादक कीर्ति राणा ने कहा कि समाज को मीडिया को कोसना छोड़कर स्वयं पर नियंत्रण करना होगा। आपने ब्रह्माकुमारी संस्थान की सराहना करते हुए कहा कि यहां मूल्य आधारित पत्रकरिता पर जोर दिया जाता है। उसके लिए आपने ओमप्रकाश भाईजी और कमल दीक्षित जी का स्मरण किया। स्वदेश के संपादक शक्ति सिंह परमार ने कहा कि मीडिया हर क्षेत्र में जागृति ला रहा है। जैसे हमारा इंदौर शहर स्वच्छता में नंबर वन है। ऐसे ही धर्म और आध्यात्म के क्षेत्र में, यातायात व्यवस्था में भी नंबर वन बने इसके लिए हम मीडिया वाले लगातार प्रयास कर रहे हैं।
स्टेट प्रेस क्लब, मप्र के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने कहा कि ओमप्रकाश भाई जी ने मीडिया के अंदर जो मूल्य की अलख जगाई इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज ब्रह्माकुमारी के हेड क्वार्टर माउंट आबू में दो बार मीडिया का संगठन होता है। यह सबसे बड़ा उदाहरण है।

कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन कर किया गया।
बैच, पौधे एवं दुपट्टे के द्वारा सभी का सम्मान किया गया। कुमारी परी ने स्वागत नृत्य के माध्यम से सभी का स्वागत किया।

अंत में ब्रह्माकुमारी अनिता दीदी ने सभी को राजयोग की अनुभूति कराई तथा सभी का आभार माना ।
कार्यक्रम का संचालन नवभारत के सम्पादक क्रांति चतुर्वेदी ने किया।

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