बड़वानी। ईको क्लब द्वारा मनाया गया विश्व वन्य प्राणी संरक्षण दिवस, दिया गया सतत विकास एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश

बड़वानी। शासकीय कन्या महाविद्यालय बड़वानी की ईको क्लब ईकाई के द्वारा सोमवार को वन्य प्राणी संरक्षण दिवस के अवसर पर वन्य प्राणी संरक्षण कार्यशाला एवं सतत् जीवन शैली पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार एवं एप्को भोपाल के मार्गदर्शन एवं कार्ययोजनानुसार किया गया। ईको क्लब प्रभारी डॉ. कविता भदौरिया ने जानकारी देते हुये कहा कि महाविद्यालय की ईको क्लब ईकाई के द्वारा यह कार्यक्रम अतुल परिधी अनुविभागीय अधिकारी वन विभाग के मुख्य आतिथ्य में एवं प्राचार्य डॉ. वंदना भारती के संरक्षण में आयोजित किया गया।
पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम की थीम बताते हुये कहा कि यह कार्यक्रम सतत जीवन शैली के अन्तर्गत आयोजित किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य हमारे पर्यावरण का संरक्षण करने के साथ वन्य प्राणियों का संरक्षण करना है। जो कि हमारे राष्ट्र की सम्पदा है। जलवायु परिवर्तन और मौसम के अत्यधिक बदलाव के कारण वन्य जीवों की संख्या निरंतर कम होती जा रही है। ये वन्य जीव हमारे पारिस्थितिक तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है अतः इनको बचाना हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर व्याख्यान के साथ-साथ पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। अनुविभागीय अधिकारी श्री अतुल परिधी जी के द्वारा वन्य प्राणियों के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि मध्यप्रदेश एक गौरवशाली राज्य है जहाँ पर वन्य प्राणियों की संख्या सर्वाधिक है। यहाँ 10 अभ्यारण्य है तथा 10 मार्च 2025 को हमारे मुख्यमंत्री जी के द्वारा रातापानी अभ्यारण्य का उद्घाटन किया जाने वाला है। अतः वन्य प्राणियों के दृष्टिकोण से मध्यप्रदेश एक समृद्ध प्रदेश है। इसमें प्रमुख है कान्हाँ किसली राष्ट्रीय उद्यान, पेंच नेशनल पार्क, भोपाल अभ्यारण्य प्रमुख है। उन्होंने जानकारी देते हुये बताया कि बाघो की गणना 4 वर्ष में एक बार होती है। अब इनकी संख्या में 400 से बढ़कर 700 हो गई है। आपने वन्य प्राणियों की जानकारी देते हुये बताया कि जंगल में चिता, शेर, भालु, तेंदुआ, हाथी, बारहसिंगा व नील गाय आदि जानवर पाये जाते है। तितलियों के विभिन्न प्रकारों की विवेचना की तथा जलीय पक्षीयों के बारे में भी बताया तथा जंगल में पाई जाने वाली चिड़ियों के भी विभिन्न प्रकारों एवं घोसलो की जानकारी दी।
पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत छात्राओं को संबोधित करते हुये कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण वन्य प्राणियों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है उनकी संख्या कम हो रही है और उनके ठिकाने नष्ट हो रहे है। अतः हमे उन्हें बचाने की आवश्यता है। वन्य प्राणियों को यदि बचाया नहीं गया तो ये विलुप्त होने के कगार पर आ जायेगे। आपने वन्य कानूनो की जानकारी भी दी। वन्य विभाग से उपस्थित वन रक्षक श्री मोरे एवं श्री निर्मल सिंग नरगावे द्वारा छात्राओं को खेल-खेल में पोस्टरो के द्वारा विभिन्न पशु पक्षियों की जानकारी देते हुये। उनके प्रश्न पुछे गये और तीन छात्राओं को प्रथम द्वितीय एवं तृतीय पोस्टरो के लिए पुरस्कृत किया गया। प्रथम स्थान पर छात्रा कुमारी जेनी पराड़ बीएससी प्रथम वर्ष को 500 रूपये का नगद पुरस्कार छात्रा कुमारी संजना चौहान बीएससी चतुर्थ वर्ष को 300 रूपये का नगद पुरस्कार एवं छात्रा कुमारी वर्षा कनक सिंह को 200 रूपये का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। वन विभाग द्वारा आयोजित खेल में छात्रा कुमारी सक्सेना सिसोदिया कुमारी संजना चौहान, कुमारी निकिता ने खेल खेलकर पुरस्कार प्राप्त किये। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. वंदना भारती डॉ. स्नेहलता मुझाल्दा, डॉ. विक्रम सिंह भिड़े, प्रो. प्रियंका शाह, प्रो. प्रियंका शर्मा, डॉ. स्मिता यादव, डॉ. राकेश ठाकरे, प्रो. पवन कुमार सिंह उपस्थित थे।