बड़वानी; जल गंगा संवर्धन अभियान में जनसहयोग से किया जाये जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार का कार्य-कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग

बड़वानी। जल गंगा संवर्धन अभियान का मुख्य उद्देश्य है, जल संरचनाओं को सहेजना एवं उन्हे अविरल बहने देना तथा पर्यावरण का संरक्षण एवं जल का संरक्षण करना। जल एवं वायु हमारे जीवन के लिए भी अत्यंत आवश्यक है, अतः शासन की योजना के तहत ही नही, मानव होने के नाते भी हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, कि हम जल एवं वायु का संरक्षण करे। अतः जल गंगा संवर्धन अभियान में सभी लोग अपनी सहभागिता करे। जल संरचनाओं के आस-पास श्रमदान, पौधारोपण एवं उनकी आवश्यक साफ-सफाई का कार्य जनसहयोग के साथ करे।
कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग ने उक्त बाते सोमवार को समय सीमा बैठक के दौरान जल गंगा संवर्धन अभियान के कार्यो की समीक्षा करते हुए कही। इस दौरान कलेक्टर ने निर्देशित किया कि अभियान की जानकारी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी दी जाये। जिससे कि अभियान में वे भी जनता के साथ जुड़कर जल संरचनाओं एवं पर्यावरण को सहेजने के कार्य में योगदान दे सके। इस दौरान कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि जिले के सभी स्कूलों एवं शासकीय तथा निजी कार्यालयों में 5-5 पेड़ अनिवार्य रूप से लगाये जाये तथा महाविद्यालय परिसर एवं छात्रावासों में 10-10 पेड़ लगाये जाये।
समय सीमा बैठक में दिये गये अन्य निर्देश
– जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत 12 जून तक ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन किया जाये। ग्रामसभा के दौरान ग्रामीणों को अभियान की जानकारी दी जाये।
– 11 जून को सभी जनपद पंचायतों एवं नगरीय निकायों में जल संरचनाओं के स्थानों पर श्रमदान किया जाये।
– अभियान अंतर्गत ग्राम पंचायतों के तालाबों से गाद निकालने का कार्य किया जाये। और इस गाद को किसान ले जाना चाहते है तो उन्हे दी जाये।
– नर्मदा परिक्रमा पथ के मार्ग पर जनसहयोग के माध्यम से पौधारोपण कर मार्ग को सुंदर एवं सुखद बनाया जाये।
– वर्षाकाल के मद्देनजर नगरीय क्षेत्रों में नालों की साफ-सफाई का कार्य किया जाये साथ ही जर्जर भवनों को नोटिस देकर खाली करवाया जाये जिससे कि कोई जनहानि न होने पाये।
– नगर पालिका क्षेत्र सेंधवा एवं बड़वानी में संचालित हो रहे रैन बसेरा की व्यवस्थाओं का संबंधित एसडीएम जाकर निरीक्षण करे। व्यवस्थाओं में कोई कमी होने पर पूर्ण की जाये।
– सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हितग्राहियों के ईकेवायसी हेतु जनपदों एवं नगरीय निकायों में शिविर लगाये जाये।
– जिला विपणन संघ के गोदाम में पर्याप्त मात्रा में एनपीके खाद उपलब्ध है, अतः सहकारी समितियां एनपीके का तुरंत उठाव करे। जिससे कि आगामी स्टाक बुलवाया जा सके। और समय आने पर जिले में खाद की दिक्कत न होने पाये।
– राशन मित्र पोर्टल पर छात्रावास एवं स्कूलों में नवीन प्रवेशित बच्चों की प्रविष्टि की जाये।
– धार्मिक एवं सामाजिक महत्व की जल संरचनाओं के पास अगर अतिक्रमण है तो उसे तुरंत हटाया जाये।
– 23 जून से 25 जून तक चलने वाले पल्स पोलियों अभियान के अंतर्गत शत प्रतिशत बच्चों को दवाई पिलाई जाये। साथ ही ऐसी कार्ययोजना बनाई जाये कि 90 प्रतिशत बच्चों का बूथ कवरेज हो सके।
– वर्तमान समय में बारिश के पानी सहित अन्य स्थानों पर मच्छर अधिक पनपेंगे अतः मलेरिया, डेंगू बीमारी से बचाव के लिए जनजागरूकता की जाये।