शैल्बी अस्पताल के शैल्बी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियक साइंसेज (SICS) द्वारा ईसीजी वर्कशॉप –
इमरजेंसी रूम व आईसीयू में ईसीजी प्रशिक्षण पर फोकस
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट:–
इंदौर,।: शहर के प्रतिष्ठित शैल्बी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के शैल्बी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियक साइंसेज (SICS) द्वारा हाल ही में होटल मेरियट में एक दिवसीय ईसीजी वर्कशॉप का आयोजन किया गया । वर्कशॉप का विषय इस्केमिक हृदय रोगों पर फोकस और इमरजेंसी रूम व आईसीयू में डीमायस्टिफाइंग कॉम्पलेक्सिटिज है। वर्कशॉप में कई विशेषज्ञों ने अपना व्याख्यान दिया । उक्त वर्कशॉप में – डॉ सिद्धांत जैन (शैल्बी हृदयरोग विभाग के अध्यक्ष), डॉ ए.के. पंचोलिया – (अरिहंत हॉस्पिटल-हृदयरोग विभाग के अध्यक्ष), डॉ शिरीष अग्रवाल (कार्डियोलॉजिस्ट, शैल्बी हॉस्पिटल), डॉ विवेक जोशी (मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट व क्रिटिकल केयर हेड), डॉ जय सिंह (जूनियर कार्डियोलॉजिस्ट एवं ICU इंचार्ज) के द्वारा इ.सी.जी. प्रशिक्षण दिया गया ।
वर्कशॉप के आर्गेनाइजर शैल्बी हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. सिद्धांत जैन ने बताया कि वर्कशॉप में इंदौर और मध्यप्रदेश के कई शहरों के विभिन्न स्तर के ICU एवं इमरजेंसी में कार्यरत ड्यूटी डॉक्टर्स को सरल एवं जटिल प्रकार के भिन्न-भिन्न ECG देखना व उन्हें समझकर सही ईलाज करना बताया गया । हृदय रोग और हृदयाघात (हार्ट अटैक) एक महामारी की तरह बढ़ रहा है। इससे हर रोज हजारों लोग असमय काल कवलित हो जाते है। हार्ट अटैक के पहचान करने में पहला कदम होता है मरीज का ECG और यह देखने में आता है कि कई बार इमरजेंसी में कार्यरत जूनियर डॉक्टर ECG को सही प्रकार से समझ नहीं पाते व इससे मरीज को हार्ट अटैक के इलाज में देरी हो जाती है जो कि कई बार घातक होता है।
उक्त कार्यशाला में सभी जूनियर डॉक्टर्स को सामान्य ECG की गड़बड़ी पहचानने में कोई दिक्कत न रहे ताकि सभी मरीजों को तुरंत सही उपचार हो सकें।
आयोजित वर्कशॉप में इंदौर, देवास, उज्जैन, धार और आसपास के चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े 100 से ज्यादा चिकित्सकों को ECG प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र दिया गया।
मध्य भारत के सुप्रसिद्ध शैल्बी अस्पताल का शैल्बी इंस्टिट्यूट ऑफ कार्डियक साइंसेज (SICS) हार्ट संबंधी रोगों में विशेषज्ञ डॉक्टर्स की पैनल के साथ ही स्पेशलाइज्ड आईसीयू और नर्सिंग व केयर सुविधाओं के साथ प्रतिमाह 300 से ज्यादा हार्ट प्रोसीजर कर रहा है।