जितने अधिक मंदिर होंगे, समाज सत्य, धर्म और विवेक के मार्ग पर उतना अधिक प्रेरित होगा
दूधिया में बनने वाले जीण माता प्रेम मंदिर का भूमि पूजन संपन्न-एक ही परिसर में सांवरिया, खाटू श्याम और दादी के मंदिर बनेंगे

जितने अधिक मंदिर होंगे, समाज सत्य, धर्म और विवेक के मार्ग पर उतना अधिक प्रेरित होगा
दूधिया में बनने वाले जीण माता प्रेम मंदिर का भूमि पूजन संपन्न-एक ही परिसर में सांवरिया, खाटू श्याम और दादी के मंदिर बनेंगे
इंदौर। सनातन धर्म में मंदिर हमारी चेतना और आस्था को सुदृढ़ बनाने के सबसे बड़े पवित्र केन्द्र हैं। सत्य और सदाचार के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मंदिरों से ही मिलती है। हमारी नई पीढ़ी में मंदिरों के माध्यम से श्रेष्ठ संस्कारों का सृजन होता है। अपने मन को शांति और सुकून मंदिर जैसे धर्म स्थलों से ही प्राप्त होंगे। वर्तमान दौर में जितने अधिक मंदिर होंगे, समाज सत्य, धर्म और विवेक के मार्ग पर उतनी ज्यादा मात्रा में अग्रसर होगा।
ये विचार हैं वृंदावन के आचार्य महांमडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज ने श्री जीण माता सेवार्थ समिति के तत्वावधान में गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट एवं इंदौर एवं कल्याणमल बद्रीप्रसाद गर्ग पारमार्थिक ट्रस्ट के सौजन्य से दूधिया स्थित के केजी एवेन्यू परिसर में श्री जीण माता प्रेम मंदिर के भूमि पूजन समारोह में सानिध्य प्रदान करते हुए व्यक्त किए। प्रारंभ में संस्था के अध्यक्ष राजेश गर्ग केटी, सचिव सीए एस.एन. गोयल एवं संयोजक पुरुषोत्तम पाराशर, वासु टिबड़ेवाल, गोपाल मित्तल, गणेश रावत आदि ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद के सानिध्य में भूमि पूजन किया। समाजसेवी एवं मंदिर योजना के प्रमुख मार्गदर्शक टीकमचंद गर्ग एवं प्रेमचंद गोयल ने भी मंदिर की महत्ता बताते हुए सामाजिक समरसता एवं मानवतावादी चिंतन पर प्रकाश डाला। सचिव सीए एस.एन. गोयलने इस अवसर पर प्रस्तावित मंदिर की जानकारी देते हुए बताया कि यहां एक ही परिसर में जीण माता, सांवरिया सेठ, खाटू श्याम, राणी सती दादी एवं सालासर बालाजी के दिव्य मंदिर, सुंदर उद्यान एवं संकीर्तन स्थल का निर्माण भी किया जाएगा। यह मंदिर 15 माह में बनकर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर के अनेक धार्मिक –सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि एवं भक्तजन उपस्थित थे।