विश्व ब्राह्मण समाज संघ द्वारा ‘घर जैसी शादी’ की ख्याति प्राप्त सामूहिक विवाह में इस बार भी 1 मई को 7 फेरे लेंगे सभी समाजों के 21 जोड़े
सभी प्रमुख मंदिरों के पुजारी बनेंगे भागीदार-छोटा बांगड़दा स्थित बाबाश्री रिसोर्ट पर होगा भव्य आयोजन

विश्व ब्राह्मण समाज संघ द्वारा ‘घर जैसी शादी’ की ख्याति प्राप्त सामूहिक विवाह में इस बार भी 1 मई को 7 फेरे लेंगे सभी समाजों के 21 जोड़े
सभी प्रमुख मंदिरों के पुजारी बनेंगे भागीदार-छोटा बांगड़दा स्थित बाबाश्री रिसोर्ट पर होगा भव्य आयोजन
इंदौर,। पिछले वर्ष ‘ घर जैसी शादी ‘ जैसी ख्याति के साथ विश्व ब्राह्मण समाज संघ द्वारा आयोजित 21 जोड़ों के सामूहिक विवाह का आयोजन इस बार भी 1 मई को अभिजीत मुहूर्त में छोटा बांगड़दा स्थित बाबाश्री रिसोर्ट पर आयोजित होगा। इस आयोजन में खजराना गणेश मंदिर, रणजीत हनुमान मंदिर, विर आलीजा हनुमान मंदिर सहित शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों के पुजारी, श्रद्धालु, विद्वान और विप्र बंधुओं के साथ अग्रवाल-वैश्य समाजों के लोग मलकर विवाह मलकर विवाह की व्यवस्थाओं में भागीदार बनेंगे। इस सामूहिक विवाह में शामिल सभी युगलों को गृहस्थी योग्य आकर्षक उपहार भी दिए जाएंगे। कुछ युगलों को गृहस्थी लायक उपयोगी सामान भी उपलब्ध कराया जाएगा। महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से प्रारंभ हो चुकी हैं।
आयोजन समिति के अध्यक्ष पं. योगेन्द्र महंत, स्वागताध्यक्ष जगदीश बाबाश्री, म.प्र. ज्योतिष एवं विद्वत परिषद के अध्यक्ष आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक के मार्गदर्शन में होने वाले इस आयोजन में गत वर्ष की तरह रणजीत हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास एवं खजराना गणेश मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट का भी आशीर्वाद एवं सहयोग मिल रहा है। सामूहिक विवाह में शामिल होने वाले युगलों से किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। गत वर्ष भी संपन्न हुए इस विवाह समारोह की ख्याति ‘ घर की शादी ‘ जैसी हुई थी और भव्य बारात, स्टेज, फेरे एवं आशीर्वाद समारोह की सभी मेहमानों ने दिल खोलकर प्रशंसा की थी।
प्रमुख संयोजक राजेश बंसल, राजेश गर्ग एवं शिव जिंदल ने बताया कि मंगलवार को आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने विवाह स्थल बाबाश्री रिसोर्ट पहुंचकर वहां की तैयारियों और व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। इस अवसर पं. .योगेन्द्र महंत, आचार्य पं.रामचंद्र शर्मा वैदिक, जगदीश गोयल, पं. अशोक भट्ट, पं. दीपेश व्यास सहित विश्व ब्राह्मण समाज संघ से जुड़े कार्यकर्ताओं ने 1 मई को विवाह के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में विचार-मंथन किया। एक मई को सुबह 9 बजे गणेश पूजन के साथ ही सामूहिक विवाह की रस्में प्रारंभ हो जाएंगी। सुबह 10 बजे सभी दूल्हे घोड़ी पर एवं दुल्हनें बग्घियों में सवार होकर शोभायात्रा के रूप में निकलेंगी। बैंड-बाजों की मंगल ध्वनि के बीच सभी समाजों के वरिष्ठजन भी इस चल समारोह में साथ रहेंगे। शहर के अन्य प्रमुख संत-विद्वान भी बग्घियों में विराजित होकर भक्तों को आशीर्वाद देते हुए चलेंगे। शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो इसलिए दूल्हा, दुल्हन की शोभायात्रा को बहुत सीमित क्षेत्र में, रिसोर्ट परिसर में ही निकालने का निर्णय लिया गया है। सुबह 11 बजे तोरण और अभिजीत मुहूर्त में वरमाला के पश्चात 12 बजे से सात फेरे तथा प्रीतिभोज के बाद सायं 4 बजे सभी युगलों को आशीर्वाद समारोह के बीच उपहारों सहित बिदाई दी जाएगी। इस अनूठे आयोजन में इस बार समाजसेवी स्वप्निल कोठारी, एस.एन. गोयल समाधान, बालकृष्ण छावछरिया बल्लू भैया, दीपक राठौर, धर्मेन्द्र आगीवाल, उमेश अग्रवाल, विनोद गोयल, राजकुमार बंसल एवं गोविंद अग्रवाल का भी विशेष सहयोग एवं मार्गदर्शन मिल रहा है। विश्व ब्राह्मण समाज संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. योगेन्द्र महंत ने महोत्सव में सहयोग देने वाले सभी कार्यकर्ताओं का सम्मान करने का संकल्प भी व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि समारोह की विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर समिति का गठन भी जल्द किया जाएगा। इस समारोह में शामिल युगलों के विवाह विशुद्ध हिन्दू वैदिक पद्धति से विद्वान ब्राह्मणों द्वारा संपन्न कराए जाएंगे।