शहनाई और वैदिक मंत्रों की मंगल ध्वनि से गूंज उठा द ग्रैंड स्वस्तिक गार्डन, नवयुगलों ने लिए आठ फेरे
अपने विवाह की 25वीं वर्षगांठ पर जरूरतमंद युगलों के विवाह कराने का संकल्प साकार कर दिखाया शहर के अग्रवाल दम्पती ने

अनन्य बंधन
शहनाई और वैदिक मंत्रों की मंगल ध्वनि से गूंज उठा द ग्रैंड स्वस्तिक गार्डन, नवयुगलों ने लिए आठ फेरे
अपने विवाह की 25वीं वर्षगांठ पर जरूरतमंद युगलों के विवाह कराने का संकल्प साकार कर दिखाया शहर के अग्रवाल दम्पती ने
इंदौर। सिल्वर स्प्रिंग फेस-2 स्थित द ग्रैंड स्वस्तिक गार्डन शुक्रवार को सुबह से 18 युगलों के सामूहिक विवाह के जश्न का साक्षी बना रहा। इंदौर के अलावा भोपाल, महू, धार, शाजापुर, नरसिंहपुर, टिमरनी, खरगोन एवं आसपास के अन्य कस्बों के दूल्हा-दुल्हन ने सांझ ढलते ही जब एक-दूसरे को वरमाला पहनाई, समूचे विवाह स्थल का परिसर शहनाई और बैंडबाजों की सुर लहरियों से गूंज उठा। इन युगलों ने जन्म जन्मांतर के रिश्तों को अंगीकार किया और स्नेही स्वजनों से शुभाशीष भी प्राप्त किए। इस तरह अपने विवाह की 25वीं वर्षगांठ पर 18 जोड़ों के सामूहिक विवाह संपन्न कराने का अनूठा संकल्प लेने वाले अग्रवाल समाज के दम्पती पीयूष-निधि गोयल ने यह शुभ संकल्प साकार कर दिखाया। अनेक विशिष्ट अतिथि भी इस उत्सव के साक्षी बने। नवयुगलों ने आठवां फेरा शहर को यातायात व्यवस्था में अव्वल बनाने और सफाई व्यवस्था में आठवीं बार नंबर वन बनाने के संकल्प के साथ लिया।
अग्रवाल समाज के प्रेमसुख गोयल, राजेश कुंजीलाल गोयल, शिरीष-श्रेष्ठा गोयल एवं डॉ. दिव्या-सुनील गुप्ता ने बताया कि विवाह स्थल पर सुबह से ही युगलों एवं मेहमानों का आगमन शुरू हो गया था। सुबह गणेश पूजन के बाद साकड़ी राखी, सगाई और चाक भात तथा सायंकाल द ग्रैंड स्वस्तिक गार्डन परिसर में ही इन 18 दूल्हों एवं दुल्हनों का चल समारोह बैंडबाजों सहित निकाला गया। दूल्हे घोड़ियों पर और दुल्हनें बग्घियों पर सवार थीं। मार्ग में स्नेहीजनों ने दूल्हा-दुल्हनों एवं बरातियों का स्वागत किया। सारी व्यवस्थाएं घर के विवाह की तरह संजोई गई थी। विवाह के लिए गार्डन पर 18 मंडप, 18 वेदी, 18 पंडित, 18 तोरण आदि की व्यवस्थाएं भी रखी गई थी। आयोजन की दिव्यता को देखते हुए शिरीष-श्रेष्ठा गोयल, अंश एवं अनय सहित समाज के अनेक वरिष्ठ बंधुओं ने मेहमानों और नवयुगलों की अगवानी का पूरा इंतजाम किया था। संध्या को अनेक विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में नवयुगलों को आशीर्वाद समारोह और स्नेह भोज के पश्चात गृहस्थी चलाने योग्य उपहारों के साथ बिदा किया गया।
*सर्विस रोड पर निकाली शोभायात्रा* – संध्या को दुल्हनें बग्घियों पर और दूल्हे घोड़ियों पर सवार होकर बैण्ड-बाजों सहित शोभायात्रा की शक्ल में सर्विस रोड पर निकले तो मेहमानों का नाच-गाना भी शुरू हो गया। सर्विस रोड पर ट्राफिक जाम की समस्या भी आडे नहीं आई। पूरे मार्ग में उनके स्वागत सत्कार का सिलसिला भी साथ में चलता रहा। वापसी में सभी दूल्हों ने एक साथ तोरण मारे और अन्य रस्मों के बाद 18 विद्वानों ने अलग-अलग मंडपों में शास्त्रोक्त विधि से अग्नि की साक्षी में आठ फेरे संपन्न कराए।
*आठवां फेरा सामाजिक सरोकार के लिए* – नवयुगलों को एक अतिरिक्त आठवां फेरा अपने शहर को यातायात व्यवस्था में अव्वल और सफाई व्यवस्था में आठवीं बार नंबर वन बनाने में भागीदार बनने के लिए भी दिलाया गया। इसके पूर्व संध्या को गार्डन से बायपास की सर्विस रोड पर यातायात व्यवस्था का पालन करते हुए शोभायात्रा निकाली गई। रात्रि को शहर के विशिष्टजनों की मौजूदगी में इन युगलो को सजल नेत्रों से विदाई दी गई।
*गृहस्थी योग्य उपहार सहित विदाई* – विदाई में सभी युगलों को अलमारी, पलंग, गादी-बिस्तर, मंगलसूत्र, पायजेब, बिछुड़ी, दूल्हे के लिए सूट, कुकर, पंखे, ओवन एवं गृहस्थी में काम आने वाली अनेक चीजें उपहार में भेंट की गई। शादी में आए मेहमानो ने भी अपने स्तर पर नवयुगलों को बधाई के साथ अनेक उपहार भी सौंपे। आशीर्वाद समारोह में शहर के अनेक प्रबुद्धजन, राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी और विशिष्टजन उपस्थित थे। अतिथियों का स्वागत प्रेमसुख गोयल, पीयूष-निधि गोयल, शिरीष-श्रेष्ठा गोयल, अंश एवं अनय, राजेश कुंजीलाल गोयल, अनिल अग्रवाल एकता दर्पण सहित समाज के अनेक बंधुओं ने नवयुगलों को बिदाई दी।