जब शिक्षा के लिए वोट दिया जाने लगेगा तो शिक्षा का सिस्टम बदलेगा – सिसौदिया
शिक्षा में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से 32 करोड लोगों का भविष्य जुड़ा है

जब शिक्षा के लिए वोट दिया जाने लगेगा तो शिक्षा का सिस्टम बदलेगा – सिसौदिया
शिक्षा में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से 32 करोड लोगों का भविष्य जुड़ा है
जब शिक्षा के लिए वोट दिया जाने लगेगा तो शिक्षा का सिस्टम बदलेगा – सिसौदिया
इंदौर। दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से 32 करोड़ लोगों का भविष्य जुड़ा हुआ है। हमारे देश में जब शिक्षा के लिए वोट दिया जाने लगेगा तो शिक्षा का सिस्टम बदल जाएगा।
सिसोदिया आज यहां स्टेटस क्लब म प्र द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव के दूसरे दिन एआई और शिक्षा विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एआई का नया वर्जन आता है तो वह पुराने वर्जन को हटा देता है। ह्यूमन इंटेलिजेंस को कोई नहीं हटा सकता है। इस समय हमारे देश में इस बात पर चर्चा हो रही है कि 150 साल पहले क्या हुआ था और हमें अब क्या करना चाहिए। शिक्षा की शुरुआत हमेशा मां के द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले ज्ञान के साथ होती है। हमारे देश में स्कूलों में जब शिक्षा दी जाने लगी तो बताया गया कि हमें अपने हाथ का इस्तेमाल किस तरह करना चाहिए। जब हाथ का इस्तेमाल करने के लिए मशीन आ गई तो फिर बताए जाने लगा कि दिमाग का इस्तेमाल किस तरह किया जाना चाहिए। इसके लिए जब कंप्यूटर आ गया तो फिर बताए जाने लगा कि बुद्धि का इस्तेमाल किस तरह किया जाना चाहिए। इसके लिए अब एआई आ गया।
ऐसी स्थिति में अब यह प्रश्न उठता है कि शिक्षा कैसे हो शिक्षा में क्या किया जाए और वह क्यों किया जाए। इस समय हमारे देश में स्कूलों में पढ़ने वाले 30 करोड़ विद्यार्थी हैं और उन्हें पढ़ने वाले 2 करोड़ शिक्षक हैं। शिक्षा का भविष्य इन सभी के समक्ष चुनौती बन गया है। देश में मौजूद स्कूलों में से 48% स्कूल ऐसे हैं जिनमें की बिजली नहीं है। शेष बचे 52% में से 44% स्कूलों में कंप्यूटर नहीं है और 42% स्कूलों में इंटरनेट नहीं है। जिस स्कूल में बिजली है तो वहां पर इंटरनेट नहीं है। अभी भी 42% स्कूलों में बच्चे फर्श पर बैठकर पढ़ते हैं। भविष्य का भारत इन स्कूलों में तैयार हो रहा है।