दो पाली में हुई परीक्षा, बच्चों ने कहा सरल थे पेपर 7 केंद्रों पर 3176 युवा ने दी अफसर बनने के इम्तिहान
पेंसिल-रबर व बेल्ट पर प्रतिबंध, सिर्फ चप्पल पहने अंदर जाने दिया परीक्षार्थी 10 बजे आधा घंटे पहले पहुँचे।

आशीष यादव धार
वही धार मुख्यालय पर 7 केंद्रों पर अफसर बनने की चाह में विद्यार्थियों ने परीक्षा दी जिला मुख्यालय स्थित केंद्रों पर 3176 परीक्षार्थी परीक्षा देने बैठे थे जिसमे दिनों सत्र में 592 परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने नहीं पहुंचे रविवार को पीएससी की परीक्षा के लिए 3768 बच्चो की बैठने की व्यवस्था की गई थी। जब परीक्षा देकर बहार निकले बच्चो के चहरे पर एक अलग ही मुश्कान थी। वही पूरे साल पढ़ाई के बाद आज उनके लिए इम्तिहान का रविवार था। इसको कुछ ने कहा के ठीक था तो कुछ कहा सरल आया था पेपर। इस बार पीएससी की परीक्षा देने के लिए दो बार जांच के बाद ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश मिलेगा। कॉलेज प्राचार्य के मुताबिक परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थी केवल प्रवेश पत्र, आइडी और काला पेन लेकर जाने दिया बाकी सामान बाहर ही रखवा लिया जाएगा।वही परीक्षा में धार की बाग की गुपा को लेकर की पश्न था वही जंगल सत्याग्रह जैसे पश्नो को पेपर में पूछा गयाजनजाति गौरव दिवस कब मनाया जाता है। बजट जैसे पश्न भी पेपर में पूछे गए।
दो शिफ्टों में हुई परीक्षा:
पहली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी शिफ्ट की परीक्षा दोपहर 2:15 बजे से शाम 4:15 बजे तक होगी। हालांकि आधा घंटे पहले ही परीक्षार्थियों केंद्रों पर पहुच गए थे जिनकी परीक्षा केंद्र के बाहर और परीक्षा कक्ष के बाहर जांच हुई। इसके बाद ही उन्हें प्रवेश मिलेगा। पानी की बोतल परीक्षा ले जा सकेंगे लेकिन उसे भी जांच के बाद अनुमति दी गई हालांकि कक्ष के बाहर ही पानी की व्यवस्था की केंद्रों पर की गई थी। मप्र लोक सेवा आयोग से प्रश्नपत्र धार कोषालय के स्ट्रांग रूम में रखे जायेगे। परीक्षा को लेकर केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष सहित पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगाई थी वही जिले से टीम प्रश्नपत्र लाने व ले जाने के बहु टीम बनाई गई थी।
पैनी रही केंद्रो पर व्यवस्था:
शहर में रविवार को आयोजित पीएससी परीक्षा चौकस व्यवस्था की बीच आयोजित करवाई गई। वही जिस जगह परीक्षा केंद्र लगे थे।उनके बाहर सभी अतिक्रमण को हटा दिया गया वहीं अस्थाई फल सब्जियों वह गुमटियों को एक दिन पहले ही समझाइश देकर बन्द करने का कहा गया था। बता देकी परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग व प्रशासन ने केंद्रों का निर्धारण, परीक्षा कराने के लिए अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी सहित आवश्यक व्यवस्थाएं की जबाबदारी दी थी। परीक्षा की तैयारी दो दिन पहले ली गई थी। किसी केंद्रों से कोई घटना होने की सूचना नही मिली व 7 केंद्रों पुलिस व अधिकारियों के साए में परीक्षा आयोजित कराई:
केंद्रों ये रहेंगे प्रतिबंधित:
खास बात यह है कि परीक्षा अपने साथ पेंसिल व रबर भी नहीं ले जा सके, जूता-मोजा बाहर ही निकलवा लिया सिर्फ चप्पल पहनकर आने वाले विद्यार्थियों को ही अंदर जाने की अनुमति दी साथ ही इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बाहर ही रखवा लिया कपलिंग, धूप का चश्मा, हाथ के बैंड, हाथ में बंधे बंधन, भी बाहर ही खुलवाकर खुरक्षित जगह रख दिए।
चेहरे को ढंककर परीक्षा देने वाली लड़कियों के इस्कार्फ भी बाहर खुलवा दिए। इस बार से परीक्षा को लेकर प्रशासन भी सख्त था।
परीक्षा छूटने के बाद रोड जाम:
वही केंद्रों से परीक्षा छूटने के बाद रोड पर जाम की स्थिति बन गई थी क्योकि परीक्षा देकर लोट विद्यार्थियों के वाहनों के कारण मुख्य मार्ग घोड़ा चौपाटी पर जाम लग गया साथ जहा जहां परीक्षा केंद्र थे वहां बच्चो की भीड़ एक साथ छुटी थी जिससे जाम की स्थिती बनी थी। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस बल द्वारा जाम को खुलवाकर रोड चालू कराया गया वहीं एक्सीलेंस स्कूल, पीजी कॉलेज, मॉडल स्कूल,गर्ल्स कॉलेज,आवासीय स्कूल, पर परीक्षा केंद्र होने के साथ वाहनों का आना-जाना लगा था जिसके कारण जाम की स्थिति बनी।
इतने थे पीएससी के परीक्षार्थी:
3176 परीक्षार्थी को देने थी परीक्षा।
1583 परीक्षार्थी पहले सत्र में उपस्थित होकर दी परीक्षा।
1593 परीक्षार्थी दूसरे सत्र ने केंद्रों पर पहुँचे।
592 बच्चे परीक्षा देने नही पहुँचे।
शांति पूर्ण हुई परीक्षा:
शहर में 7 केंद्रों पर पीएससी की परीक्षा का आयोजन हुआ था। इसके लिए सभी केंद्रों पर व्यवस्थाएं पूर्ण थी। 3176
परीक्षार्थी इस परीक्षा में बैठने की व्यवस्था की गई थी।जिसमें 592 बच्चे उपस्थित नही हो पाए। फ्लाइंग स्क्वाड केंद्रवार बनाए गए थे व परीक्षा के दिन सतत निरीक्षण रखी गई।
मेघा पंवार सयुक्त कलेक्टर, धार
पेपर सरल था:
वही हम तैयारी पूरी करके आए थे हमने जो पढ़ा लगभग वही पेपर में आया इस बार का पेपर सरल था हमें लगाकर पेपर कठिन आएगा मगर इस तरह का पेपर ना आते हुए ईजी था हमने लगभग सभी प्रश्न हल किए।
सतीश पहाड़िया परीक्षार्थी
पहला ठीक था पेपर:
पहला पेपर ठीक था मगर दूसरा पेपर थोड़ा कठिन आया था वहीं हमने पहले पेपर तो आसानी से कर दिया मगर दूसरे पेपर में कहीं प्रश्न हमारी समझ से बाहर थे जिसे हमने नहीं किया। गणित के पेपर कठिन लगा।
रुपाली सिंगार परीक्षारथीं