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तीन दिवसीय निशुल्क अ.भा. युवक-युवती परिचय सम्मेलन के लिए अब तक 1368 प्रविष्ठियां

गाँधी हाल में 22 मार्च से होगा तीन दिवसीय आयोजन- इस बार सर्वाधिक प्रविष्ठियां मिलने का अनुमान

गाँधी हाल में 22 मार्च से होगा तीन दिवसीय आयोजन- इस बार सर्वाधिक प्रविष्ठियां मिलने का अनुमान

इंदौर।  समाजसेवी स्व. मिश्रीलाल गोयल की स्मृति में अग्रवाल समाज की अग्रणी संस्था श्री अग्रवाल महासभा की मेजबानी में 22 मार्च से प्रारंभ होने वाले तीन दिवसीय निशुल्क अ.भा. युवक-युवती परिचय सम्मेलन के लिए अब तक 1368 प्रविष्ठियां देश के 10 विभिन्न राज्यों से प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें 625 युवती एवं 695 युवक तथा अन्य विशिष्ट श्रेणी के 38 प्रत्याशी शामिल हैं। इनमें से अधिकांश उच्च शिक्षित एवं अपने –अपने कारोबार में स्थापित प्रत्याशी हैं। देश के विभिन्न शहरों से मिल रहे संकेतों के अनुसार इस बार परिचय सम्मेलन में 1500 से अधिक प्रविष्ठियां प्राप्त होने का अनुमान है, जो एक नया कीर्तिमान होगा।

महासभा के समन्वयक संतोष गोयल, अध्यक्ष डॉ. सतीश गोयल और महामंत्री अजय बंसल एवं मनीष जैन ने बताया कि सम्मेलन की तैयारियों के लिए गठित विभिन्न समितियों की नियमित बैठकों का दौर यशवंत निवास रोड स्थित महासभा के कार्यालय पर जारी है। मंगलवार को हुई बैठक में विभिन्न तैयारियों की समीक्षा की गई। अग्रवाल समाज केन्द्रीय समिति के पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंघल के आतिथ्य में आयोजित इस बैठक में समाजसेवी एल.बी. अग्रवाल, सुशील गोयल, रमेश तायल, नवीन गोयल, श्याम गोयल, श्याम अग्रवाल वाट्सअप, विनोद अग्रवाल जावरावाले एवं अनिल गर्ग धामनोद वाले भी उपस्थित थे, जिन्होंने सम्मेलन की व्यवस्थाओं पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बैठक में समन्वयक संतोष गोयल ने बताया कि गांधी हॉल में 22 से 24 मार्च तक होने वाले इस 32वें परिचय सम्मेलन के लिए अब तक 1368 प्रविष्ठियां प्राप्त हो चुकी है । अब तक गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश सहित 10 राज्यों से प्रविष्ठियां आईं है।  विभिन्न शहरों से मिल रहे प्रतिसाद को देखते हुए अनुमान है कि इस बार

परिचय सम्मेलन में 1500 से अधिक प्रविष्ठियां प्राप्त होंगी, जो एक कीर्तिमान होगा। सम्मेलन में महिलाओं से संबंधित व्यवस्थाओं के लिए श्रीमती उर्मिला गोयल, पुष्पा गुप्ता, अनिता गोयल सहित 11 महिलाओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई है।   बैठक में हर वर्ष की तरह ग्रीष्मकाल में मूक परिंदों की दाना-पानी सेवा के उद्देश्य से समाजबंधुओं को सकोरों का निशुल्क वितरण करने का जो निर्णय पिछली बैठक में लिया गया था, उसकी लगभग सभी संगठनों ने खुले मन से प्रशंसा की है। अनेक संगठनों ने संकल्प व्यक्त किया है कि परिचय सम्मेलन के दौरान वे भी गांधी हाल पहुंचकर अपने-अपने संगठनों की ओर से समाजबंधुओं को सकोरों का निशुल्क वितरण करेंगे,  ताकि वे अपनी-अपनी छतों या बालकनियों पर परिदों के लिए दाना-पानी रख सकें।

 

 

 

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