अरे जा रे हट नटखट ना खोल मेरा घूंघट ‘ जैसे भजनों पर खूब झूमे श्रद्धालु, गुमाश्ता नगर स्थित वेंकटेश देवस्थान में खूब छाई फ़ाग की मस्ती
तिरूपति बालाजी मंदिर

‘ अरे जा रे हट नटखट ना खोल मेरा घूंघट ‘ जैसे भजनों पर खूब झूमे श्रद्धालु, गुमाश्ता नगर स्थित वेंकटेश देवस्थान में खूब छाई फ़ाग की मस्ती
इंदौर। फागुन की मदमाती रात, भगवान बालाजी का अपूर्व श्रंगार और भोपूजी के फाग गीतों में डूबे हजारो की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु। यह दृश्य था गुमास्तानगर स्थित तिरूपति बालाजी मंदिर में फाग महोत्सव का।भोंपूजी के फ़ाग गीतों पर महिला – पुरूषों द्वारा किये गए नृत्य से पूरा परिसर ही झूम उठा। प्रभु के नयनाभिराम श्रृंगार के साथ भक्तों ने फूलों की पंखुरियाँ उड़ाकर भगवान के साथ फ़ाग का यह मनभावन उत्सव मनाया।
देवस्थान के ट्रस्टी पुरूषोत्तम पसारी एवं रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया कि आज गुमास्ता नगर स्थित तिरूपति बालाजी मंदिर में फाग महोत्सव के आयोजन से पश्चिमी क्षेत्र का माहौल पूरी तरह फागुन की मस्ती में डूब गया। शाम ढलते ही श्रद्धालु मंदिर परिसर में एकत्रित होने लग गए थे। रात को 8 बजे भोंपूजी ने ज्यों ही मंच संभाला तो श्रोता अभिभूत हो गए। बीच में बालाजी मित्र मंडल के कार्यकर्ता पुष्प पंखुरियो की वर्षा कर माहौल में फाग की मस्ती घोल रहे थे। भगवान बालाजी के नयनाभिराम श्रृंगार को निहारने के लिए लोगो की भीड़ उमड़ रही थी। वही भगवान की उत्सव प्रतिमाओं की सजावट भी देखते ही बन रही थी। पूरा मंदिर परिसर हजारों की संख्या में उपस्थित फ़ाग रसिक श्रोताओ से खचाखच भरा था। पूरे माहौल से बृज सा अहसास हो रहा था।
भोपूजी ने तुझ संग खेली होली राधा और रंग मत डालो रे सावरिया म्हारी सासुजी लड़े, अरे जा हट नटखट ना छोड़ मेरा घूंघट जैसे फ़ाग गीतों से श्रोताओं को फाग की मस्ती में डूबा दिया। ट्रस्टी लक्ष्मण पटवा, ओमप्रकाश पसारी, सूर्यप्रकाश झंवर, राजकुमार बाल्दी, राजेश छापरवाल, कैलाश लखोटिया समूची व्यवस्थाओं को संभाले हुए थे। अंत में प्रसाद वितरण के साथ इस चिरस्मरणीय फ़ाग उत्सव का समापन हुआ।