बड़वाह। स्कूल और आंगनवाड़ी के लोकार्पण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष हुए शामिल, 45 लाख रुपए खर्च कर कोर्ट परिसर स्थित 2 स्कूलों के साथ आंगनवाड़ी की बदली दशा,

कपिल वर्मा बड़वाह। देश की अर्थ व्यवस्था को संचालित करने में सरकार को समाजसेवियों का महत्वपूर्ण भूमिका रहती हैं। हमारे जीवन में दान देने की प्रवृत्ति सदेव बनी रहनी चाहिए क्योंकि हमारी संस्कृति में दान का बड़ा महत्व हैं। ग्रामीण जीवन के परिवेश में रहते हुए भी अपने कार्य को महत्व देते है उतना ही दान का महत्व समझे है। क्योंकि हमारे पूर्वजों ने दान के प्रति पादित किया है। ऐसा ही काम आज इंदौर के अशोक पाठक के सुपूत्रो के द्वारा तीन शासकीय विद्यालय को गोद लेकर करीब 45 लाख रुपए की लागत से विद्यालय का जीर्णोदार किया हैं। देश प्रदेश के उद्योगपतियों समाजसेवियों के द्वारा भी अपने अपने क्षेत्रों की संस्थानओ में हो रही मूलभूत कमियों को दूर करने के लिए उनका साथ देकर देश के विकास में हम सहभागी बने। उक्त बात विधान सभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कोर्ट परिसर में आयोजित लोकार्पण के कार्यक्रम में कही। इस अवसर पर समाजसेवी विशाल पाठक सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल विधायक सचिन बिरला नपा अध्यक्ष राकेश गुप्ता सहित मंचासिन अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर उद्योगपति अशोक पाठक, विवेक पाठक, पायल पाठक, विधायक राजकुमार मेव, बालकृष्ण पाटीदार, पूर्व विधायक हितेन्द्र सिंह सोलंकी, बाबूलाल महाजन, धूलसिंह डाबर, आत्माराम पटेल, नपा उपाध्यक्ष राजेश जयसवाल, महिम ठाकुर, जय प्रकाश मूलचंदानी, शुभांगी मोघे, नंदा ब्राह्मण उपस्थित रहे।

शिक्षा के बिना जीवन असंभव ——– पूर्व सांसद कृष्ण मुरारी मोघे विधायक सचिन बिरला ने कहाकि पाठक परिवार के द्वारा बड़वाह विधानसभा की तीन शासकीय विद्यालय के जीर्णोदर का कार्य किया है। क्योंकि हमारे जीवन में शिक्षा के बिना असंभव है।शिक्षा के बिना कोई काम नही हो सकता है।क्योंकि अगर जीवन में अच्छी सीख लेना है तो शिक्षा बहुत जरूरी है।गरीब बच्चो को आगे बढ़ाने का काम पाठक परिवार ने लिया है। में उनका आभारी हु। साथ ही हमारी विधानसभा के बाहुल्य आदिवासी क्षेत्रों की विद्यालय जर्जर हो चुकी है।आपकी दृढ़ शक्ति दृढ़ विश्वास से हम बहुत प्रभावी है।

स्वर्णित भारत के विकास कार्यों में छोटा सा प्रयास हैं —– विशाल पाठक ने कहा कि हमारे परिवार का छोटा सा प्रयास हैं। स्वर्णित भारत के बनाने में एक नीव रखी है। हमारे पिताजी की जन्म स्थली बड़वाह होने की वजह से उनका मन था। की शिक्षा क्षेत्र में कुछ काम करे मेरे बड़े भाई विवेक पाठक भाभी पायल पाठक ने घहन चेतन विचार किया की आज कल के युवा नशा कुमार्ग पर ज रहा है।इंदौर पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे के मार्गदर्शन में तीन शासकीय विद्यालय का चयन किया। उसके बाद जर्जर विद्यालय को आधुनिक विद्यालय बनाने का हमारा अपना आज साकार हो गया हैं। सरकार अपराध को समाप्त नहीं कर सकती है। इसलिए हमे भी अच्छे कामों में आगे आना चाहिए।
3 स्कूलों के साथ आंगनवाड़ी पर खर्च किए 45 लाख रु.—– विशाल पाठक ने कहाकि पिछले साल 18 लाख रुपए से एक स्कूल का जीर्णोद्धार करने के बाद अब 45 लाख रुपए खर्च कर कोर्ट परिसर स्थित 2 स्कूलों के साथ आंगनवाड़ी की दशा बदल दी। विवेक पाठक ने जर्जर स्थिति में पहुंच चुकी स्कूल का पहले प्लास्टर कराया। रंगरोगन कर नया रूप दिया। यहां बच्चों के लिए स्वच्छ पानी के लिए आरओ लगाने के साथ ही स्कूल में ड्रेनेज व्यवस्था, झूले, पैवर ब्लाक, फर्नीचर, टाइल्स व स्मार्ट क्लास रूम बनाया। सोमवार को विस अध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर की मौजूदगी में इस स्कूल को विद्यार्थियों को भेंट करेंगे। स्कूल शिक्षक रामेश्वर चौबे बताते हैं कि स्कूल भवन पहले बाहरी रूप से जर्जर स्थिति में था। स्कूल का नवीनीकरण हो चुका है अब स्कूल भव्य रूप में दिखाई देने लगा है।
मकसद केवल एक ही, शिक्षा का स्तर सुधर सके —— विशाल पाठक ने बताया कि पिता अशोक पाठक सेवानिवृत्त बैंकर हैं। उनका जिला कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक इंदौर में बैंकिंग का 35 साल का अनुभव रहा है। उनका अपने पैतृक गांव से काफी लगाव रहा है। उनकी इच्छा थी कि उनकी जन्म स्थली के लिए कुछ किया जाए। कुछ करने का संकल्प लिया। पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे से मार्गदर्शन मिलने के बाद शहर की 3 शासकीय स्कूलों को गोद लेकर उनके जीणोंद्धार में लग गए। स्कूल में जितनी ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराई जा सकती है उसके लिए भरसक प्रयास किया। एक ही इच्छा है कि शिक्षा का स्तर सुधर सके।
कार्यक्रम उपस्थित रहे—– कार्यक्रम में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, एसपी धर्मराज मीणा, पार्षद रजनी भंडारी, विजय सोनी, सुरेंद्र पंड्या, मिद्दु भाटिया, महेश गुर्जर, दिपेश विजयवर्गीय, निखलेश खंडेलवाल, विजय महाजन, सहित सैकड़ों भाजपा जनप्रतिनिधि सहित विधार्थीगण शिक्षक शिक्षिका उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मीचंद अमई ने किया तथा आभार महिम ठाकुर, विशाल पाठक ने माना।
