
इन्दौर। सेंट्रल जिमखाना क्लब की मेजबानी में आयोजित प्रकाश सोनकर व सुरेश ऐरन स्मृति अ.भा. मोयरा गोल्ड कप फुटबॉल स्पर्धा में इन्दौर व महू की स्थानीय चुनौती समाप्त हो गई है। मुख्य दौर में छह टीमों ने क्वालीफाई किया था, और अंतिम टीम आदिवासी-ए क्लब की टीम थी, लेकिन उसे लायन क्लब जबलपुर ने आसानी से 6-0 से पराजित किया। वहीं एक अन्य रोचक मुकाबले में ईरोज क्लब वाराणसी ने एन.एफ.ए. नीमच को 1-0 से पराजित कर दिया।
स्पर्धा अध्यक्ष रमेश मूलचंदानी, स्पर्धा सचिव संजय लुणावत व स्पर्धा संयोजक भारत मथुरावाला ने बताया कि नेहरू स्टेडियम पर मोयरा सरिया, खेल विभाग व नगर पालिक निगम के सहयोग से खेली जा रही इस स्पर्धा में देश की जानी-मानी टीमें अपना जलवा बिखेर रही है। बुधवार को आज पहला मुकाबला सशक्त ईरोज क्लब वाराणसी व प्रदेश की मजबूत टीमों में से एक एन.एफ.ए. नीमच के मध्य था। इस मैच की शुरुआत से ही हजारों दर्शकों को रोचक खेल की दांवत मिली। दोनों टीमें शानदार मूव बनाकर एक-दूसरे के गोल पोस्ट पर हमले कर रही थी। उच्च स्तर के खेल के बाद ऐसा लग रहा था कि पहला हॉफ गोल रहित रहेगा, लेकिन मैच के 45वें मिनट में अबुजर ने पहले तीन खिलाड़ियों को चकमा दिया फिर उसके बाद गोलकीपर को भी डाज देकर गेंद को जालियों में समाकर वाराणसी को 1-0 से आगे कर दिया। दूसरे हॉफ में भी दोनों ही टीमों ने दमदार प्रदर्शन किया। उच्च स्तर के खेल के बावजूद इस मैच में एक मात्र गोल से वाराणसी की टीम अगले दौर में पहुंचने में सफल रही। नीमच के खिलाड़ियों को भी दाद देनी होगी की पूरी 90 मिनट में कभी-भी ऐसा प्रतित नहीं होने दिया कि वह इतनी सशक्त टीम के खिलाफ भी दमदार प्रदर्शन करते रहे।
दूसरा मुकाबला पूरी तरह से एकतरफा रहा। इस मैच में लायन क्लब जबलपुर के समक्ष शहर की स्थानीय टीम आदिवासी-ए की चुनौती थी। लेकिन यह मुकाबला पूरी तरह से एकतरफा रहा और जबलपुर की टीम आसानी से 6-0 से जीत गई। मैच की शुरुआत से ही जबलपुर ने उम्दा खेल का प्रदर्शन किया और पूरी तरह से आदिवासी ए पर हावी हो गई। जबलपुर के प्रीयम ने 10 वें मिनट में गोल कर अपने इरादे जता दिए थे। लेकिन इस मैच के असली हीरो मयंक राठौर रहे, जिन्होंने 20 वें, 25 वें तथ 80 वें मिनट में गोल करके मुकाबले को पूरी तरह से एकतरफा बना दिया। यासीर ने जबलपुर के लिए 50 वें मिनट में गोल किया। मैच की अंतिम सिटी बजने के कुछ समय पहले प्रियम ने मैच का छठां और अपना दूसरा गोल किया। पहले चरण में दमदार प्रदर्शन करने वाली आदिवासी-ए की टीम अपने डिफेंस के कारण चूक गई और इस हार के साथ शहर की स्थानीय चुनौती समाप्त हो गई।
आज मैचों के दौरान जेल अधिक्षक श्रीमती अल्का सोनकर, अनीस खान, आशीष जैसवाल, पिल्लू कौशल, आजाद पटेल, बी.के. गोयल, सुनील गुप्ता व मनोज काला ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर रमेश मूलचंदानी, संजय लुणावत, भारत मथुरावाला, केके गोयल, विष्णु बिंदल, महेश दलोद्रा, जितेंद्र गर्ग, अरविंद तिवारी उपस्थित थे।