महिला सशक्तिकरण एवं महिला सुरक्षा को लेकर, पुलिस व महिला बाल विकास विभाग ने मिलकर किया विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन

इंदौर– – महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम तथा लोगों में सामाजिक जनचेतना लाने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अप./मुख्या.) इंदौर श्री राजेश हिंगणकर व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (का./व्य.) इंदौर श्री मनीष कपूरिया के दिशा निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम व महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा हेतु प्रभावी कार्यवाही के साथ ही लोगों में इस संबंध में सामाजिक चेतना व जन जागरूकता की भावना लाने के लिये, अन्य विभागों एवं सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर निरंतर रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही वर्तमान में भारत सरकार एवं पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार, महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों व भेदभाव एवं हिंसा उन्मूलन के संबंध में लोगों में जनजागृति लाने के उद्देश्य से *नेशनल जेंडर कैंपेन “नई चेतना”* अभियान भी चलाया जा रहा है।
पुलिस उपायुक्त (आसूचना/मुख्यालय) श्री रजत सकलेचा एवं अति.पुलिस उपायुक्त (महिला सुरक्षा शाखा) श्री प्रमोद सोनकर व अति. पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) श्रीमती मनीषा पाठक सोनी के मार्गदर्शन में पुलिस टीमें विभिन्न स्कूल एवं कॉलेज एवं संस्थान और बस्तियों/ कालोनियों में लोगों के बीच पहुंचकर, उन्हें महिला एवं बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों एवं उनकी सुरक्षा व अधिकारों, साइबर अपराधों एवं नशा मुक्ति, सेल्फ डिफेंस आदि से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देकर इनके प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रहे है।
जिला प्रशासन महिला बाल विकास विभाग जिला इन्दौर, सेफसिटी कार्यक्रम के अंतर्गत, पुलिस विभाग से निरीक्षक श्रीमती राधा जामोद, उपनिरीक्षक श्री शिवम ठक्कर, अक्षर सामाजिक सेवा समिति की सुश्री जया शेट्टी की टीम द्वारा *इंदौर महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय* में, *डॉ अंबेडकर नगर, महूं आर्मी वेलफेयर वूमेन एसोसिएशन परिवार कल्याण केन्द्र* में एवं *राऊ स्थित युतिका हीना कंपनी* में जाकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। ।
उक्त कार्यक्रमों के तहत पुलिस व प्रशासन की टीम ने कॉलेज की छात्राओं और स्टाफ, वुमन एजुकेशन परिवार कल्याण केंद्र की महिलाओं एवं बालिकाओं तथा युतिका हीना कंपनी के स्टाफ को महिला एवं बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों, उनके साथ होने वाले शोषण एवं भेदभाव और इनके उन्मूलन आदि के संबंध में के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई एवं मानवदुर्व्यपार के बारे में भी जागरूक किया साथ ही उन्हें पुलिस की विभिन्न विभिन्न हेल्पलाइन नंबर, वन स्टॉप सेंटर (सखी) एवम ऊर्जा डेस्क से संबंधित जानकारी प्रदान की । नशा मुक्त अभियान और साइबर सुरक्षा को लेकर परिचर्चा की गई।