31 फ़ीट की सुसज्जित नौका में विराजे प्रभु बालाजी; मनोहारी दर्शन से कृतार्थ हुए श्रद्धालु

नयनाभिराम फूल बंगले के दर्शन हेतु जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
31 फ़ीट की सुसज्जित नौका में विराजे प्रभु बालाजी; मनोहारी दर्शन से कृतार्थ हुए श्रद्धालु
इंदौर। इंदौर के पश्चिम क्षेत्र गुमाश्ता नगर में स्थापित श्री तिरूपति बालाजी वेंकटेश देवस्थान पर आज अलौकिक दृश्य था। भगवान बालाजी के अनुपम श्रृंगार तथा छप्पन भोग दर्शन को निहारने हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। झालरिया पीठाधीश्वर स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज ने भगवान की आरती संपन्न की और उसके बाद प्रभु के अलौकिक दर्शन हेतु श्रद्धालुओं को प्रवेश मिला। प्रभु के नयनाभिराम श्रृंगार को निहारते हुए श्रद्धालुओं की मानों आँखे स्थिर हो गई। बस उनके मुंह से वेंकटरमना गोविंदा, श्रीनिवासा गोविंदा का उद्घोष गूंजता रहा।
यह अवसर था तिरूपति बालाजी वेंकटेश देवस्थान गुमाश्ता नगर में आयोजित 28 वें वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन आयोजित बहुप्रतीक्षित पुष्प बंगला श्रृंगार व छप्पन भोग दर्शन के आयोजन का। आज शाम 5 बजे से ही श्रद्धालु इस भव्य पुष्प बंगला श्रृंगार के दर्शन हेतु मंदिर में पंक्तिबद्ध होने लगे थे। सभी को अपनी बारी का इंतजार था।
ट्रस्टी पुरूषोत्तम पसारी एवं मीडिया प्रभारी रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया कि आज देवस्थान परिसर में पहली बार 31 फीट की नौका पर विराजित भगवान बालाजी का अनुपम श्रृंगार अनूठा था। विभिन्न प्रकार 1000 किलों फूलों के उपयोग से अनुपम फूल बंगला सजाया गया। मोगरा, रजनीगंधा एवं गुलाब की विशिष्ट किस्मों के उपयोग से जयपुर के जहाज महल की अनूठी एवं मनभावन कृति में बालाजी भगवान के अनुपम स्वरूप को देखकर श्रद्धालु निहाल हो गए। स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज सभी को आशीर्वाद दे रहे थे।
इस अवसर पर राधाकृष्ण मुछाल, अनुराग जाजू, जयपुर, अर्जुन करवा, तिरूपति, लक्ष्मण पटवा, गोविंद माहेश्वरी, ओमप्रकाश पसारी, सूर्यप्रकाश झंवर, भगवानदास भलिका, राजेश छापरवाल व सुमिरन झंवर आदि उपस्थित थे। प्रसाद वितरण की व्यवस्था बालाजी मित्र मंडल के प्रदीप राठी, जयकिशन डागा के साथ मंडल की महिला कार्यकर्त्ता देख रहे थे। देर रात तक श्रद्धालुओं की पंक्ति दर्शन हेतु मौजूद थी। पुष्प बंगला के दर्शन सोमवार प्रातः भी होंगे।