
केयर सीएचएल हॉस्पिटल द्वारा “कैंसर स्क्रीनिंग जागरूकता” समारोह का सफल आयोजन
कैंसर विशेषज्ञ द्वारा कैंसर जांच की महत्वपूर्ण जानकारी
कैंसर योद्धा द्वारा अनुभव साझा
इंदौर, । : कैंसर केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि धैर्य, आत्मविश्वास और संघर्ष की परीक्षा भी है। इस कठिन लड़ाई में जीतने वाले योद्धा समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनते हैं। इन्हीं बहादुर योद्धाओं को सम्मानित करने और लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से, केयर सीएचएल हॉस्पिटल द्वारा शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक “कैंसर स्क्रीनिंग जागरूकता” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों ने कैंसर से बचाव, लक्षणों की पहचान और उपचार से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं। साथ ही, कैंसर से उबर चुके योद्धाओं ने अपने अनुभव सुनाए, जिससे उपस्थित लोगों को सकारात्मक सोच और हिम्मत के साथ इस बीमारी का सामना करने की प्रेरणा मिली।
केयर सीएचएल हॉस्पिटल के वरिष्ठ मुँह एवं गले के सर्जन डॉ. अपूर्व गर्ग ने बताया कि* , “कैंसर का इलाज केवल दवाओं से नहीं, बल्कि हौसले और सकारात्मक सोच से भी होता है। GLOBOCAN की रिपोर्ट के अनुसार, हर साल 2 करोड़ लोग कैंसर से प्रभावित होते हैं। कैंसर से बचाव के लिए समय पर जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आवश्यक है। इस समारोह के माध्यम से हमने जागरूकता फैलाने और लोगों को सही दिशा में मार्गदर्शन देने का प्रयास किया है। नियमित जांच और संतुलित जीवनशैली से कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। धूम्रपान और शराब के सेवन से परहेज, सही आहार, नियमित व्यायाम और तनावमुक्त जीवनशैली कैंसर से बचाव में मददगार साबित हो सकते हैं। समय पर निदान होने पर इस बीमारी का प्रभावी इलाज संभव है।”
*सीनियर कंसल्टेंट, क्लिनिकल हीमेटोलॉजी, हीमेटो-ऑन्कोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन स्पेशलिस्ट डॉ. मनीष नेमा ने बताया कि* , “कैंसर से लड़ाई में मानसिक दृढ़ता भी उतनी ही जरूरी होती है जितनी कि शारीरिक ताकत। अगर लक्षणों को समय पर पहचाना जाए और सही इलाज शुरू किया जाए, तो कैंसर को नियंत्रित किया जा सकता है।”
*प्लास्टिक सर्जन कंसल्टेंट डॉ. प्राचीर मुकाती ने कहा* , “कैंसर के इलाज के बाद कई मरीजों को अपने शरीर में बदलाव का सामना करना पड़ता है, जिससे न केवल उनका आत्मविश्वास प्रभावित होता है, बल्कि सामान्य जीवन में वापस लौटना भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। पुनर्निर्माण (रिकंस्ट्रक्टिव) सर्जरी से मरीजों को एक नई शुरुआत मिल सकती है। ब्रेस्ट कैंसर के बाद पुनर्निर्माण सर्जरी, सिर और गर्दन के कैंसर के बाद ऊतकों का पुनर्निर्माण और स्किन ग्राफ्टिंग जैसी तकनीकें मरीजों को न केवल शारीरिक रूप से, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त बनाती हैं। कैंसर से उबरने के बाद जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना हमारा लक्ष्य है, और आधुनिक तकनीकों के माध्यम से यह संभव है।”
डॉक्टरों ने साझा की कैंसर योद्धा की प्रेरणादायक कहानियाँ
समारोह के दौरान डॉक्टरों ने उन मरीज की कहानियाँ साझा कीं, जिन्होंने कैंसर पर विजय प्राप्त की और अब एक सामान्य जीवन जी रहे हैं। डॉक्टर्स ने बताया कि एक महिला, जिसे ब्रेस्ट कैंसर हुआ था, शुरुआती चरण में ही जागरूकता के कारण समय पर इलाज करवा पाई और अब पूरी तरह स्वस्थ है। उन्होंने कहा, “अगर उन्होंने शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज किया होता, तो स्थिति गंभीर हो सकती थी, लेकिन सही समय पर की गई जांच ने उनकी जिंदगी बचा ली।”
डॉ. अपूर्व गर्ग ने भी एक युवा मरीज की कहानी साझा की, जिसे गले का कैंसर हुआ था। उन्होंने कहा, “उसकी उम्र मात्र 30 वर्ष थी, और कैंसर की वजह से उसे बोलने में कठिनाई हो रही थी। लेकिन सर्जरी और रिकंस्ट्रक्टिव ट्रीटमेंट के बाद वह न केवल पूरी तरह स्वस्थ है , बल्कि अब अपने परिवार के साथ एक सामान्य जीवन जी रही है।”
कार्यक्रम के अंत में, केयर सीएचएल हॉस्पिटल की टीम ने लोगों को जागरूक करने और समय पर जांच करवाने की अपील की।