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विद्यार्थी परिषद ने होलकर कॉलेज मैं प्राचार्य एवं प्रोफेसर को कई घंटे विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं द्वारा बंधक बनाए

एसीपी को पुलिस कमिश्नर के नाम ज्ञापन एवं उच्च शिक्षा अतिरिक्त संचालक को दो जगह अलग-अलग दिया ज्ञापन।

* *कुछ वर्ष पूर्व उज्जैन में घटित घटना प्रोफेसर साबरवाल कांड की याद ताजा कर दी विद्यार्थी परिषद ने होलकर कॉलेज मैं प्राचार्य एवं प्रोफेसर को कई घंटे विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं द्वारा बंधक बनाए जाने के विरोध में

एसीपी जूनी इंदौर कार्यलय पर घेराव कर एसीपी को पुलिस कमिश्नर के नाम ज्ञापन एवं उच्च शिक्षा अतिरिक्त संचालक को दो जगह अलग-अलग दिया ज्ञापन।*

*इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में आज होलकर आदर्श माहाविद्याल में 24 फरवरी को विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं द्वारा प्राचार्य एवं बड़ी संख्या में प्रोफेसर को बंधक बनाए जाने के विरोध में आज इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा एसीपी कार्यलय जुनी इंदौर का घेराव कर एसीपी श्री देवेंद्र सिंह धुर्वे जी को पुलिस कमिश्नर श्री संतोष सिंह यादव के नाम एक ज्ञापन दुसरा ज्ञापन अतिरिक्त उच्च शिक्षा संचालक आरसी दीक्षित को एक ज्ञापन दिया गया ज्ञापन में मांग की गई की अभी तक कॉलेज प्रशासन द्वारा कलेक्टर साहब को तो शिकायत की है मगर थाने पर जाकर अभी तक रिपोर्ट दर्ज क्यों नहीं करवाई है।*
*यादव ने बताया है कि वहीं एसीपी को दिये ज्ञापन में कहा गया है की 134 वर्ष पुराने शासकीय होलकर साइंस कॉलेज में 24 फरवरी को शर्मसार करने वाली घटना घटित हुई है होली के कार्यक्रम में रेना डांस के अनुमति नहीं मिलने से कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अनामिका जैन एवं लगभग 150 फैकेल्टी के इनमें से कई सीनियर प्रोफेसर भी थे जो कॉलेज के यशवंत हाल में विद्यार्थी परिषद के साथ ही अन्य दोषियों ने कई घंटों तक उन्हें बंधक बनाकर रखा हाल के बहार लगे गेट के कुंदे में लकड़ी फंसाकर बंधक बनाकर रखा गया और हाल की बिजली भी बंद कर दी गई यह कार्यक्रम सात आठ मार्च को होना था जिसके पोस्टर पुरे कॉलेज में लगाए दिये गए थे यह कार्यक्रम निजी कोचिंग संस्थान से प्रायोजित होली मिलन समारोह के पोस्टर लगाए थे जिन्हें प्राचार्य ने सुरक्षा कारणों से आयोजन की अनुमति नहीं दी थी तथा बिना अनुमति के लगे पोस्टर भी हटाएं थे उससे नाराज़ होकर और अनुमति निरस्त को लेकर प्राचार्य सहित बड़ी संख्या में प्रोफेसर को बंधक बनाया गया यह विद्यार्थी परिषद की कैसी अराजकता है कि मनमानी इज्जत नहीं दी तो शिक्षकों को हाल में बंद कर दिया इस दौरान*
*प्रोफेसर का क्या हाल हुआ होगा*
*यदि किसी की तबीयत बिगड़ जाती और बड़ी घटना हो जाति उसके लिए कौन जिम्मेदार होता क्या राजनीति का स्तर इस हद तक गिर गया है की बिना अनुमति होली मिलन समारोह के पोस्टर लगाकर वह साबित क्या करना चाहते थे क्या वे कॉलेज की मर्यादा और अनुशासन से बड़े हो गए हैं कॉलेज की प्रतिष्ठा वह प्रोफ़ेसर की ज़िंदगी का कोई मूल्य नहीं रह गया है होलकर साइंस कॉलेज में जिस छात्र राजनीति को इंदौर में जितने प्रतिनिधि दिये हैं कई पीढ़ियों को पढ़ाया है उस कलंकित करने की इजाजत किसको नहीं दी जा सकती है इस पर*
*अगर शासन प्रशासन ने समय रहते हुए अंकुश नहीं लगाया तो शिक्षा के मंदिर में घटिया राजनीति का अखाड़ा बन जाएगा जहां कुछ वर्ष पूर्व उज्जैन में प्रोफेसर साबरवाल की घटना में भी विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता शामिल थे उस घटना को आज भी याद किया जा रहा है की विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने किसी निजी कोचिंग चलाने वाले को शर्मा को होली मिलन समारोह रखवाया और प्राचार्य सुरक्षा के कारणों से दी गई अनुमति निरस्त कर दी तब प्राचार्य साहित कई प्रोफ़ेसर को बंधक बना लिया गया आज भाजपा के प्रतिनिधि चुप क्यों है इस पर मौन क्यों धरण कर रखा है विद्यार्थी परिषद भाजपा से जुड़ी हुई छात्र इकाई है शासन प्रशासन दवाओं में ना आते हुए इस कृत्यग को करने वाले विद्यार्थी परिषद एवं अन्य दोषियों के साथ ही कोचिंग संचालक शर्मा वा अन्य दोषी छात्र नेताओं को चिन्हित कर नाम दर्ज रिपोर्ट दर्ज कर सख्त से सख्त करवाई की जाए।

 

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