सेवा और समर्पण के लिए पं. बालकृष्ण शर्मा का सार्वजनिक अभिनंदन

विरलयी होते हैं जिनका सम्मान होता है – ठाकुर बने सिंह
इन्दौर। सम्मान प्राप्त करने वाले विरलयी होते हैं जो सेवा और समर्पण के साथ सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यों के माध्यम से समाजसेवा कर रहे हैं। ऐसे श्री पं. बालकृष्ण शर्मा को साधुवाद। उक्त विचार समाजसेवी ठाकुर बने सिंह ने व्यक्त किए। मानव जीवन सेवा और समर्पण के लिए मिलता है, जिसे श्री शर्मा द्वारा माँ भवानी की सेवा और भक्तों को सही मार्गदर्शन देने का अशीर्वाद मिला है।
समाजसेवी मदन परमालिया एवं पं. भरत शर्मा ने देते हुए बताया कि नववर्ष का आरंभ कन्याओं के पाद-पूजन के साथ स्वंभू माँ भवानी के आशीर्वाद से हरसौला स्थित माँ भवानी परिसर में आए भक्तों ने किया। ज्योतिषाचार्य एवं भागवताचार्य पं. बालकृष्ण शर्मा एवं धर्म पत्नी श्रीमती मंजूबाला शर्मा द्वारा किए जा रहे समाज कल्याण एवं मंदिर के जिर्णोद्धार के योगदान के लिए सार्वजनिक अभिनंदन शाल-श्रीफल, अभिनंदन पत्र और प्रतिक चिन्ह के साथ किया गया। अभिनंदन पत्र का वाचन मदन परमालिया ने किया। नववर्ष एवं पं. शर्मा के जन्मदिवस पर देशभर से भक्तगण उपस्थित थे।
आपने आगे बताया कि इस कार्यक्रम के इस शुभ अवसर पर समाजसेवी ठाकुर बने सिंह, कांग्रेस नैत्री अर्चना जायसवाल, झांकी कलाकार प्रवीण हरगांवकर, अनिल प्रजापति, अरविंद शर्मा, कांतिलाल चौधरी, गणेश वर्मा, बंटी शर्मा, जितेन्द्र सोलंकी, सुरेश परमार आदि भक्त उपस्थित थे।
प्रारम्भ में महामायी देवी गायत्री माता के भक्तगणों ने हवन-पूजन किया। गायत्री परिवार की ओर से त्रिलोकसिंह सोलंकी, धर्मेन्द्र सिंह सोलंकी, श्रीमती सोलंकी, रामबाबू पाल, जयपाल सिंह, अशोक पुरे आदि।
महांकाल की नगरी कालीदास अकादमी की ओर से कु. अर्णी भटनागर, शरवरी भटनागर ने सर्वप्रथम गणेश वंदना से प्रारंभ कर श्रीकृष्ण वंदना के साथ कलात्मक नृत्य की प्रस्तुति दी
एवं बाल कलाकार महादेव शर्मा ने भजनों की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया।
श्रीमती पल्लवी बेंद्रे द्वारा मालवी भाषा में मालवी गीतों की प्रस्तुति दी। अंत में पानदा निवासी शंकर ने गीर गाय और बछड़ा पं. श्री बालकृष्ण शर्मा को पूजन-अर्चन कर उन्हें गौ-सेवा के लिए दिया।
कार्यक्रम का संचालन मदन परमालिया ने किया। अंत में आभार कांतिलाल चौधरी ने माना।