भागवत कथा की शोभायात्रा में उमड़ा मातृशक्तियों का जनसैलाब
पं. कृष्णकांत शास्त्री ने भागवत महात्म्य कथा का भक्तों को कराया रसपान
5000 हजार से अधिक महिलाएं पहुंची कलश यात्रा,
विभिन्न मंचों से हुआ यात्रा का स्वागत, युवाओं को नशा मुक्ति का दिया संदेश
राधा-कृष्ण बने कलाकारों ने भक्तों का मोहा मन
इन्दौर । पालदा पवनपुरी स्थित दुर्गा नगर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पूर्व नवलखा चौराहे से भागवत कथा की भव्य शोभायात्रा व कलशायात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में 5000 हजार से अधिक मातृशक्तियां शामिल हुई वहीं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा कलश यात्रा के मार्ग में स्वागत मंच लगाकर यात्रा की अगवानी भी। नवलखा से प्रारंभ शोभायात्रा में नशा मुक्ति का संदेश भी दिया गया।
श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव समिति आयोजक एमआईसी सदस्य एवं पार्षद मनीष शर्मा (मामा) ने बताया कि नवलखा चौराहे से निकली भागवत कथा में मातृशक्तियों का जनसैलाब उमड़ा तो वहीं राधा-कृष्ण की वेशभूषा में शामिल कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुति से मार्ग में आने जाने वाले राहगिरों के साथ ही मातृशक्तियों को खूब थिरकाया। शोभायात्रा के अग्र भाग में बैंड़-बाजों की स्वरलहरियों पर पुरूष नाचते-झूमते शामिल हुए तो वहीं यात्रा के मध्य में मातृशक्तियां भी डीजे की गाड़ी पर भजनों पर थिरकती हुई थी। बग्घी में संवार कथावाचक पं. कृष्णकांत शास्त्री सभी भक्तों को अपना आशीष प्रदान कर रहे थे। कथा स्थल पर पहुंची जहां खिचड़ी प्रसाद वितरण के साथ ही इस शोभायात्रा का समापन हुआ। नवलखा चौराहे से निकली शोभायात्रा में विधायक आकाश विजयवर्गीय, पार्षद जितेंद्र चौधरी, ललित यादव, पार्षद मृदुल अग्रवाल, दिलीप सिलावट, आशीष शर्मा, विशाल पाठक, राजू समाधान, राजा हार्डिया, कालू प्रजापत, शुभम जायसवाल, प्रदीप गढ़वाल, देविका कौशल, मंजू मालवीय, सकून बावेल, सचिन बुढ़ाना, गोलू आण्यिा सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
मनुष्य के कष्टों का निवारण करती है श्रीमद्भागवत कथा-
पालदा पवनपुरी स्थित दुर्गा नगर मैदान पर शनिवार से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन वृंदावन के कथावाचक पं. कृष्णकांत शास्त्री ने व्यासपीठ से भक्तों को महामहात्म्य प्रसंग पर कथा का रसपान कराया। उन्होंने कहा कि मनुष्य को जब कष्ट होता है तब वह भगवान और मंदिरों की चौखट का रूख करता है। लेकिन भगवान तो हर मनुष्य के मन में ही बसें हैं बस जरूरत है उस पर श्रद्धा और विश्वास रखने की। निष्काम भाव से प्रभु की भक्ति यदि हम करें तो भगवान हमारे सभी कष्टों का निवारण जरूर करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान दान-पुण्य करने से नहीं अपितु भक्त के भाव देख ही प्रसन्न हो जाते हैं। भक्ति का मार्ग ही ऐसा मार्ग है जिस पर चलकर हम प्रभु की कृपा व भक्ति पा सकते हैं।
आज कपिल उपदेव व ध्रुव चरित्र- आयोजक व पार्षद मनीष शर्मा (मामा) ने बताया कि पालदा पवनपुरी स्थित दुर्गा नगर मैदान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा 19 मई तक दोपहर 3 से 6 बजे तक आयोजित की जाएगी। भागवत कथा में प्रसंगानुसार कलाकारों द्वारा जीवंत चरित्र-चित्रम की प्रस्तुति भी दी जाएगी। रविवार 14 मई को भागवत कथा में कपिल उपदेव व ध्रुव चरित्र प्रसंग पर कथावाचक भक्तों को कथा का रसपान कराएंगे। वहीं 15 को प्रहलाद चरित्र, नरसिंह अवतार और वामन अवतार की कथा होगी। 16 को श्रीराम अवतार व श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग सुनाया जाएगा जिसमें सभी भक्त धूमधाम से प्रभु का जन्मोत्सव मनाएंगे। 17 को श्रीकृष्ण की बाल लीला व गोवर्धन लीला प्रसंग सुनाया जाएगा साथ ही छप्पन भोग के साथ गोवर्धन पूजा की जाएगी। 18 को रासलीला रहस्य, गोपी गीत और उद्धव चरित्र की कथा के साथ श्रीकृष्ण रूकमणी विवाह उत्सव धूमधाम से मनाएंगे। 19 को पूर्णाहुति के साथ ही कथा का समापन होगा।