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कपिंग थेरेपी वर्कशॉप में देश के कई शहरो से आए फिजियोथैरेपिस्ट

कपिंग थेरेपी से कई रोगों का इलाज हो सकता है जैसे साइटिका, कमर दर्द, फोजन शोल्डर, टेनिस एल्बो, घुटनों की समस्या आदि

कपिंग थेरेपी वर्कशॉप में देश के कई शहरो से आए फिजियोथैरेपिस्ट

डॉ. मनीष बालचंदानी(एम.के. फिजियोथेरेपी)*ने कपिंग थेरेपी पर होटल विनवे में 1 दिवस की वर्कशॉप रखी । इस वर्कशॉप में *डॉ. विशाल जैन (डीन और प्रोफेसर जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी जयपुर)* ने देशभर से आये फिजियोथेरेपी चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि व मार्गदर्शक *डॉ. मनीष गोयल (एचओडी एम वाय फिजियोथेरेपी विभाग) व अतिथि पत्रकार विनय यादव रहे।

डॉ. बालचंदानी ने बताया कि कपिंग थेरेपी से कई रोगों का इलाज हो सकता है जैसे साइटिका, कमर दर्द, फोजन शोल्डर, टेनिस एल्बो, घुटनों की समस्या, कार्पल टनल सिंड्रोम, आईटी बैंड सिंड्रोम, प्लांटर फैसीटिस, टीएमजे दर्द, कब्ज, साइनस कंजेशन, फेफड़ों की समस्या आदि।

डॉ. मनीष गोयल (एचओडी एम वाय फिजियोथेरेपी विभाग) ने बताया कि दर्द से राहत के लिए कई वैकल्पिक और समग्र तरीके मौजूद हैं, और एक तरीका जो लोकप्रियता में बढ़ रहा है वह है कपिंग थेरेपी। यह थेरेपी एक प्राचीन प्रथा है जिसमें आपके शरीर पर सक्शन कप लगाना शामिल है, और यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं में मदद करता है।

वर्कशॉप में जोधपुर, रायपुर , भोपाल व कई अन्य शहरो के फिजियोथेरेपिस्ट शामिल हुए व प्रशिक्षण लिया।

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