देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर विशेष डाक प्रदर्शनी का शुभारम्भ
पिक्टोरिअल कैंसलेशन एवं देवी अहिल्याबाई से सम्बंधित स्मारकों पर पोस्टकार्ड श्रृंखला का अनावरण
इंदौर। भारतीय डाक विभाग के तत्वाधान में गाँधी हॉल इंदौर में तुलसीराम सिलावट कैबिनेट मंत्री म.प्र.के मुख्य आतिथ्य एवं शंकर लालवानी , सांसद इंदौर तथा डॉ. जनक पलटा मगिलिगन, सामजिक कार्यकर्ता पद्मश्री अलंकृत के विशिष्ट आतिथ्य एवं सुश्री प्रीती अग्रवाल पोस्टमास्टर जनरल, इंदौर परिक्षेत्र, की अध्यक्षता में देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर विशेष डाक प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया | इस अवसर पर पिक्टोरिअल कैंसलेशन एवं देवी अहिल्याबाई से सम्बंधित स्मारकों पर पोस्टकार्ड श्रृंखला का अनावरण किया गया |
इस अवसर पर तुलसीराम सिलावट के द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि माता अहिल्याबाई ने भारत के विकास में अहम् योगदान दिया था एवं उनकी जयंती के उपलक्ष्य में अहिल्याबाई से सम्बंधित स्मारकों पर पोस्टकार्ड श्रृंखला का अनावरण , कृष्णपुरा छत्री पर पिक्टोरिअल कैंसलेशन का अनावरण एवं होल्कर स्टेट एवं उनके इतिहास पर जारी डाक टिकिट का प्रदर्शन करना डाक विभाग का अनूठा प्रयास है|
शंकर लालवानी ने अपने संबोधन में कहा कि पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जन्मशती का वर्ष चल रहा है , उन्होंने भारत की समरसता के लिए काम किया है | उनका जीवन भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम पर्व है एवं उनकी जयंती के अवसर पर डाक विभाग के द्वारा किया गया कार्य बहुत सराहनीय एवं प्रशंसनीय है |
डॉ. जनक पलटा मगिलिगन, के द्वारा अपने संबोधन में डाक विभाग के द्वारा राजमाता अहिल्याबाई से सम्बंधित स्मारकों पर पोस्टकार्ड श्रृंखला का अनावरण एवं होलकर स्टेट पर जारी डाक टिकटों की प्रदर्शनी की प्रशंसा एवं सराहना की गई |
सुश्री प्रीती अग्रवाल पोस्टमास्टर जनरल इंदौर परिक्षेत्र के द्वारा अपने संबोधन में अहिल्या माता की महिमा का वर्णन किया गया , कि उनका जीवन भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम पर्व है | वे कर्तव्य, सादगी , धर्म के प्रति समपर्ण, प्रशासनिक कुशलता, दूर दृष्टि एवं उज्जवल चारित्र्य का अद्वितीय आदर्श थी | उनके द्वारा बताया गया माता अहिल्या एवं होलकर स्टेट पर आधारित यह प्रदर्शनी दिनांक 28 से 29 जनवरी 2025 तक गाँधी हाल में दर्शनीय रहेगी, जिसमे अनेक फिलाटेलिस्टों द्वारा देवी अहिल्या बाई एवं होल्कर वंश से सम्बंधित ब्रिटिश काल में जारी हुये एवं भारत की आज़ादी के पश्चात जारी हुए दुर्लभ, राज्य एवं अतंराष्ट्रीय स्तर पर जारी डाक टिकिटों का दुर्लभ संग्रह प्रदर्शित किया जा रहा है | इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी के विशेष आकर्षण में सन 1866 से 1886 तक होलकर स्टेट के पर जारी प्रथम डाक टिकट , सन 1997 में प्रथम एयर मेल सर्विस के प्रारंभ का कवर, संविधान के 75 वर्ष , डाक विभाग के 150 वर्ष , इंदौर फिलाटेलिक ब्यूरो के 50 वर्ष, कुम्भ मेला , सिहंस्थ मेला , राम मंदिर का प्रथम वर्ष भी दर्शनीय है , जो प्रदर्शनी में आने वालों के लिए ज्ञानवर्धक एवं रूचि का विषय रहेगा | ऐतिहासिक महत्त्व के इन डाक टिकटों में से कई डाक टिकटों की कीमत लाखों रुपये में होती है |
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ फिलाटेलिस्ट श्री केडिया जी , श्री खादीवाला जी, श्री शाह जी, श्री मेहता जी, श्री भागचंदानी जी , श्री मिलिंद जी, श्री शर्मा जी , श्री लोढ़ा जी , श्री गोगरी जी , श्री पाटीदार जी, श्री नेमा जी , एवं श्री व्यासजी इत्यादि को भी सम्मानित किया गया |
डाक टिकिट प्रदर्शनी आयोजन में स्कूल के छात्र/छात्राओं के लिए क्विज,निबंध लेखन एवं डाक टिकिट डिजाईन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया | यह प्रदर्शनी दर्शकों के लिए सुबह 11:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक नि:शुल्क रहेगी |
इस अवसर पर श्री शिवांसु कुमार प्रवर अधीक्षक डाकघर इंदौर नगर संभाग, क्षेत्रीय कार्यालय इंदौर के वरिष्ठ अधिकारीगण, वरिष्ठ पोस्टमास्टर इंदौर जीपीओ, इंदौर नगर मंडल के अधिकारीगण, वरिष्ठ फिलाटेलिस्ट, समस्त कर्मचारीगण तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे |