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सपनों को साकार करने का मंच बन रहा है ‘प्लास्ट पैक 2025’

उद्योग जगत और छात्रों के लिए रोजगार के नए द्वार

लाइव मशीन प्रदर्शन और जॉब फेयर ने खींचा दर्शकों का ध्यान

इंदौर, ।: इंदौर के लाभगंगा ग्राउंड में इंडियन प्लास्ट पैक फोरम द्वारा आयोजित मध्यभारत का सबसे बड़ा एक्जीबिशन ‘प्लास्ट पैक 2025’ अपने दूसरे दिन भी दर्शकों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को आकर्षित कर रहा है। प्लास्टिक, पैकेजिंग और पेट्रोकेमिकल्स इंडस्ट्री से जुड़े इस भव्य आयोजन में दूसरे दिन 30,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। लाइव मशीन प्रदर्शन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स की आधुनिक तकनीकों ने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

मुख्य आकर्षणों में से एक जॉब फेयर रहा, जहां छात्रों और युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। विभिन्न सेमिनारों में विशेषज्ञों ने उद्योग की नवीनतम तकनीकों और संभावनाओं पर चर्चा की।

“प्लास्टपैक 2025” रोबोट्स का हो रहा खूब उपयोग

‘प्लास्टपैक 2025’ में रोबोटिक्स तकनीक ने हर किसी का ध्यान खींचा है। प्रदर्शनी में प्रदर्शित रोबोट्स न केवल प्लास्टिक के उत्पादन में सटीकता और गति बढ़ाने में मदद कर रहे हैं, बल्कि ऊर्जा और समय की बचत भी कर रहे हैं। रोबोट्स के माध्यम से प्लास्टिक की कटाई, मोल्डिंग और पैकेजिंग जैसे कार्यों को न केवल आसान बनाया गया है, बल्कि यह तकनीक छोटे और बड़े दोनों उद्योगों के लिए किफायती समाधान भी प्रदान करती है। इंटरनेशनल एक्जीबिटर्स द्वारा प्रदर्शित अत्याधुनिक रोबोट्स का उपयोग फूड पैकेजिंग, मेडिकल के लिए उपयोग किये जाने वाले उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग, और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में किया जा रहा है। इस आधुनिक तकनीक ने प्रदर्शनी में आए उद्योगपतियों और छात्रों को यह समझाने का मौका दिया कि कैसे रोबोटिक्स का उपयोग उनकी उत्पादन प्रक्रिया को प्रभावी और प्रतिस्पर्धी बना सकता है।

रीसाइक्लिंग पर दिया जा रहा जोर

प्लास्टपैक 2025 में प्लास्टिक उत्पादों के पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) को लेकर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रदर्शनी में प्रदर्शित रीसाइक्लिंग तकनीकें पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान करने में सहायक हैं। कई एक्जीबिटर्स ने ऐसे रीसाइक्लिंग प्लांट्स और उपकरणों का प्रदर्शन किया, जो प्लास्टिक कचरे को उपयोगी उत्पादों में परिवर्तित कर सकते हैं। इन तकनीकों से न केवल प्लास्टिक कचरे में कमी लाई जा सकती है, बल्कि नए उत्पादों के निर्माण में उपयोग होने वाली रॉ मटेरियल की आवश्यकता भी घटती है। प्रदर्शनी के आयोजकों का मानना है कि इस प्रकार की तकनीकों को बढ़ावा देकर न केवल पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है, बल्कि इसे एक लाभदायक व्यवसाय के रूप में भी विकसित किया जा सकता है। छात्रों और शोधकर्ताओं को इन तकनीकों के प्रदर्शन से काफी प्रेरणा मिल रही है, जो प्लास्टिक उद्योग में सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इंडियन प्लास्ट पैक फोरम के अध्यक्ष श्री सचिन बंसल ने कहा कि, “आयोजन के दूसरे दिन लाइव मशीन प्रदर्शन ने उद्योग जगत के पेशेवरों और छात्रों का ध्यान खींचा। इनोवेटिव मशीनों और रोबोटिक्स के माध्यम से उत्पादकता बढ़ाने के तरीकों पर विशेष जानकारी दी गई। लाइव मशीन प्रदर्शन और रोबोटिक्स सत्र ने प्रदर्शनी में एक नई ऊर्जा लाई है। ये तकनीक न केवल उद्योग जगत को फायदा पहुंचाएगी, बल्कि छात्रों को भी प्रेरित करेगी। हम स्थानीय उद्योगों को वैश्विक बाजार से जोड़ने के लिए तत्पर हैं। आयोजन में आयोजित जॉब फेयर में 50 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया, जहां छात्रों और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए गए। सेमिनारों के माध्यम से विशेषज्ञों ने उन्हें उद्योग की आवश्यकताओं और करियर की संभावनाओं की जानकारी दी। प्लास्ट पैक 2025 जैसे आयोजन मध्यप्रदेश को औद्योगिक राजधानी बनाने की दिशा में मजबूत कदम हैं। इस आयोजन से स्थानीय उद्यमियों और उद्योगपतियों को नए साधन और बाजार मिल रहे हैं। आयोजन समिति को उम्मीद है कि अगले दो दिनों में विजिटर्स की संख्या 1.5 लाख को पार कर जाएगी। इंटरनेशनल कंपनियों के साथ स्थानीय उद्यमियों के लिए यह आयोजन एक मजबूत मंच साबित हो रहा है।”

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