विविध

वाहन और चालक दोनों की रक्षा करेगा क्यूआर कोड

डीसीपी ट्रॉफिक मनीष कुमार अग्रवाल ने किया क्यूआर कोड का लोकार्पण

इंदौर। सडक़ और वाहन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाए गए रक्षा क्यूआर कोड का लोकार्पण डीसीपी ट्रॉफिक मनीष कुमार अग्रवाल ने किया। विशेष अतिथि थे एडिशनल डीसीपी ट्रॉफिक अरविंद तिवारी, एसीपी ट्रॉफिक मनोज खत्री, स्टेट प्रेस क्लब मध्यप्रदेश अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल एवं यातायात पुलिस के डांसिंग कॉप रंजीत सिंह।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री अग्रवाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने सडक़ दुर्घटनाओं में बढ़ती मौतों पर गहरी चिंता जताते हुए इसके रोकथाम के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश राज्य सरकारों को दिए हैं। इस संदर्भ में यातायात पुलिस, स्मार्ट सिटी, नगर निगम, इंदौर विकास प्राधिकरण आदि विभाग मिलकर सडक़ दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को प्रतिवर्ष दस प्रतिशत कम करने के प्रयास कर रहे हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि इंदौर में यातायात सुधार के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। तात्कालिक ट्रॉफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए भी कार्ययोजना बन रही है। उन्होंने वाहन चालकों से यातायात सुधार के लिए सहभागी बनने और रक्षा क्यूआर कोड जैसे विकल्प अपनाने का आह्वान किया है।
प्रारंभ में हाईवे डिलाइट कंपनी, बैंगलुरू के डायरेक्टर राजेश जी ने बताया कि कंपनी 2015 से फास्टैग, जीपीएस ट्रैकिंग, ईवी चार्जिंग स्टेशन, बीमा और आरएसए और रिफ्लेक्टिव टेप और अन्य उत्पादों सहित सडक़ सुरक्षा उत्पादों सहित राजमार्गों के किनारे सेवाएं प्रदान कर रही है। रक्षा क्यूआर कोड बनाने का कंपनी का मकसद मुनाफा कमाना नहीं होकर देश के लोगों के लिए सुरक्षा प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि इस रक्षा क्यूआर के माध्यम से नागरिकों को सडक़ दुर्घटना के मामले में आपातकालीन सहायता प्राप्त हो सकेगी साथ ही लावारिस वाहनों से नागरिकों को होने वाली परेशानी से बचने के लिए वाहन स्वामी को तत्काल सूचना भी पहुंच सकेगी। अगर आपका वाहन कहीं दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है तो इस क्यूआर कोड को स्कैन करते ही आपके घर तक यह जानकारी मैसेज के माध्यम से पहुंच जाएगी।
उन्होंने बताया कि यदि दुर्घटना पीडि़तों को समय पर मदद मिले तो भारत में हर साल 1.5 लाख लोगों के दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में से लगभग 50 प्रतिशत लोगों की जान बचाई जा सकती है। यह तभी संभव है जब अधिक से अधिक लोग आपातकालीन सहायता के रूप में क्यूआर का इस्तेमाल करें। उन्होंने बताया कि ‘रक्षा क्यूआर’ वाहन मालिकों को हाईवे डिलाइट के साथ पंजीकरण करने और रक्त समूह, वाहन बीमा, चिकित्सा बीमा और पारिवारिक आपातकालीन विवरण सहित अपनी व्यक्तिगत जानकारी जोडऩे में मदद करता है। ‘रक्षा क्यूआर’ की इस वाहन अधिसूचना सुविधा का उपयोग दो-पहिया, चार-पहिया, व्यावसायिक वाहनों सहित सभी प्रकार के वाहनों द्वारा किया जा सकता है।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत डायरेक्टर राजेश जी, स्टेट हेड वाजिद अली कुरैशी, स्टेट सेल्स हेड माजिद खान ने किया। अतिथियों ने क्यूआर कोड का लोकार्पण किया। कार्यक्रम का संचालन रिमझिम विश्वकर्मा ने किया एवं अंत में वाजिद अली कुरैशी ने आभार व्यक्त किया।

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