इंदौरधर्म-ज्योतिष

मन की ग्रंथियां को खोलते हैं हमारे धर्म ग्रंथ – पं. राहुल कृष्ण शास्त्री

छोटा बांगड़दा में नौ दिवसीय शिव महापुराण का शोभायात्रा के साथ  हुआ शुभारंभ

इंदौर, ।  संसार का कोई भी जीव दुख नहीं चाहता। हर किसी को सुख की अभिलाषा रहती है। हम सब जीवन भर यही प्रयास करते रहते हैं कि कभी दुख आए ही नहीं। चीटी से लेकर देवता तक यही कामना रखते हैं। संसार का दूसरा नाम दुखालय है। माया दुखों का घर है। ओस के कण चाट लेने से प्यास नहीं बुझेगी। सच्चा आनंद चाहिए तो भगवान शिव की शरण में ही जाना होगा। धर्म ग्रंथ मन की ग्रंथियों को खोलते हैं।
   श्री श्रीविद्याधाम के आचार्य पं. राहुल कृष्ण शास्त्री ने छोटा बांगड़दा, लक्ष्मीबाई नगर मंडी के पास स्थित पटेल परिसर में आयोजित महाशिवपुराण कथा के शुभारंभ सत्र में व्यक्त किए।

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