बड़वानी जिले में शतप्रतिशत लागू हो पेसा एक्ट के समस्त प्रावधान-राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुसूचित जनजातीय आयोग श्री अंतरसिंह आर्य

बड़वानी। रमन बोरखड़े। बड़वानी जिला जनजातीय बाहुल्य जिला होेने से जिले में पेसा एक्ट के समस्त प्रावधानों को लागू किया जाये। जिले में पेसा एक्ट के तहत सभी समितियों को गठन कर, उन्हे क्रियाशील किया जाये। जिससे कि इस अधिनियम का मूल उद्देश्य पूर्ण हो सके। जल, जंगल एवं जमीन पर जनजातीय समुदाय वर्षाे से रहते आ रहे है, अतः चाहे ग्राम के तालाब पर पट्टा देना हो, खदान पर खनन करना हो या जंगल से तेन्दूपत्ता व अन्य वस्तु का संग्रहण करना हो यह सभी कार्य पेसा एक्ट के तहत गठित समिति को ही दिया जाये।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री अंतरसिंह आर्य ने उक्त बाते बुधवार को कलेक्टर कार्यालय बड़वानी में आयोजित बैठक के दौरान कही। इस दौरान उन्होने निर्देशित किया कि पेसा एक्ट के तहत गठित शांति एवं विवाद निवारण समिति में बनाये गये रजिस्टर में अनिवार्य रूप से ग्राम से पलायन कर अन्य राज्यों में मजदूरी करने गये लोगों की प्रविष्टिी की जाये। जिससे कि यह पता चल सके कि ग्राम को कौन सा व्यक्ति, किस ठेकेदार के साथ कहां मजदूरी करने गया है। जिससे कि उसके साथ मजदूरी पर गये स्थान पर कोई घटना-दुर्घटना होने पर जानकारी सुविधाजनक ढंग से मिल सके।

बैठक के दौरान राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री अंतरसिंह आर्य ने केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि समस्त योजनाओं में जनजातीय भाईयो एवं बहनों को पात्रतानुसार लाभ दिया जाये। साथ ही जनजातीय समुदाय के लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर योजनाओं के तहत ऋण उपलब्ध करवाया जाये। वनाधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त आवेदनों पर भी नियमानुसार कार्यवाही की जाये। जनजातीय छात्रावास एवं आश्रमों में रहने वाले विद्यार्थियों को नियमित स्वास्थ्य परीक्षण एवं सिकलसेल जांच करवाई जाये। विद्यार्थियों को सिकलसेल बीमारी के बारे में बताते हुए उन्हे बताया जाये कि अपने घरों में होने वाले विवाह के संबंध के दौरान अनिवार्य रूप से सिकलसेल कार्ड का भी मिलान कराये, क्योकि यह बीमारी जनजातीय समुदायक में वंशानुगत है। अगर दो पाजिटिव व्यक्ति आपस में विवाह करते है तो उनके बच्चे को भी उक्त बीमारी वंशानुगत होगी।

यह थे उपस्थित
बैठक के दौरान कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग, पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष के निज सचिव श्री प्रकाशसिंग उइके, जिला पंचायत सीईओ सुश्री काजल जावला, संयुक्त कलेक्टर श्री सोहन कनाश एवं श्रीमती विशाखा देशमुख, एसडीएम सेंधवा श्री अभिषेक सराफ, बड़वानी श्री भूपेन्द्र रावत, राजपुर श्री जितेन्द्र कुमार पटेल सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत किया पौधारोपण
बैठक के पूर्व राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री अंतरसिंह आर्य ने कलेक्टर कार्यालय बड़वानी के परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत पौधारोपण भी किया। इस दौरान उन्होने निर्देशित किया कि नेशनल हाईवे एवं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के किनारों पर नीम एवं करंज के पौधे लगाये जाये। ये पौधे पर्यावरण के सुरक्षित एवं जल्दी ही पनपने वाले पौधे है।
इसी प्रकार राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री अंतरसिंह आर्य ने शहर के देवीसिंग मार्ग पर पहुंचकर बोहरा समाज के व्यक्तियों द्वारा शहर में चलाये जा रहे बड़वानी ग्रीन फाउण्डेशन के तहत पौधारोपण भी किया। इस दौरान बड़वानी ग्रीन फाउण्डेशन के सदस्यों ने बताया कि उन्होने अभी पौधारोपण की शुरूआत अपने मोहल्ले से की है, धीरे-धीरे वे पूरे बड़वानी शहर में पौधारोपण कर इसे ग्रीन सिटी बनायेंगे।
