दुर्घटना में मृत राजेश बड़ोले के परिजनों ने मरणोपरांत किए नेत्रदान
इंदौर, । सड़क दुर्घटना में मृतक 52 वर्षीय राजेश पिता स्व. वासुदेव राव बड़ोले निवासी ग्राम टेमला (खरगोन) के परिजनों ने मरणोपरांत उनकी आंखों को कसी जरूरतमंद के लिए एम.के. इंटरनेशनल आई बैंक को दान कर दिया, हालांकि परिवार के सदस्य चाहते थे कि उनके शरीर के सभी प्रमुख अंग भी दान कर दिए जाएं, लेकिन खरगोन में इस तरह के दान की कोई सुविधा या व्यवस्था नहीं होने के कारण परिजनों की यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी।
दरअसल ग्राम टेमला के राजेश बड़ोले एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे, जिन्हें खरगोन अस्पताल उपचार हेतु भर्ती किया गया था। चिकित्सकों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिए जाने के बाद इस विषम संकट की घड़ी में भी उनकी पत्नी श्रीमती सीमा पुत्र मानस, पुत्री मुस्कान, काका मधुसूदन, भाई सुरेश, देवेन्द्र, सुभाष, दिलीप (विश्व जागृति मिशन इंदौर मंडल), रूपेश आदि ने तत्काल एम.के. इंटरनेशनल आई बैंक के लोगों से संपर्क किया और उन्होंने समय रहते गांव में पहुंचकर स्व. राजेश बड़ोले की आंखें सुरक्षित प्राप्त कर ली। इन आंखों से अब दो लोगों को रोशनी मिल सकेगी। राजेश बड़ोले के परिवार द्वारा लिए गए इस साहसिक निर्णय का नार्मदीय ब्राह्मण समाज के डॉ. विराज भालके, डॉ. मधुसूदन बार्चे, समाज अध्यक्ष सुनील शर्मा, श्रीकृष्ण बर्व, संजय भटोरे, गजेन्द्र गीते, दुर्गेश शर्मा, शरद बर्वे, विकास बार्चे, बहन श्रीमती ममता राजेन्द्र शर्मा तथा शिवम बड़ौले ने स्वागत करते हुए शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राजेश बड़ोले एक मिलनसार और धार्मिक प्रवृत्ति के सेवाभावी व्यक्ति थे।