गोराकुण्ड रामद्वारा के प्रमुख संत श्री अमृतराम जी महाराज रामजी पंचतत्व में विलीन
इंदौर । गोराकुण्ड रामद्वारा के संतश्री सनमुख रामजी के शिष्य संतश्री अमृतराम जी महाराज देर रात को ब्रह्मलिन हो गए। आज दोपहर में गोराकुंड चौराहा स्थित रामद्वारा से सुसजित रथ पर बिठाकर संतश्री को पंचकुइया शमशान घाट पर अंतिम बिदाई दी गई।
रामजी की अंतिम इच्छा अनुसार एक ट्रष्ट का गठन किया गया है। जिसके माध्यम से राम द्वारा में जारी अन्नक्षेत्र असहाय लोगों के लिए सततजारी रहेगा साथ ही ट्रष्ट द्वारा अन्य गतिवधि की जावेगी।
संतश्री अत्यंत विद्वान थे एवं भक्तों को सुख दुःख में अनेक उपायों से उनकी समस्याओं का निराकरण भी करते थे।
आदरणीय १०८ संतश्री अमृतराम महाराज के ब्रम्हलीन होने पर संतश्री राम नारायण देवास, संतश्री रामसुमिरन,श्री श्रीविद्याधाम महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानन्द् , श्रीअखण्ड धाम के महामंडलेश्वर स्वामी श्री चेतन स्वामी, स्वामी राजानन्द, अग्रसैन सोशल ग्रुप के राजेश गर्ग, शिव जिन्दल, हरीश अग्रवाल, विनोद गोयल, विश्व हिंदू परिषद के यज्ञेश राठी, हरीश गुप्ता, मुकेश कचोलिया गीता भवन के ट्रष्टी रामविलस राठी, छत्रीपुरा रामद्वारा ट्रस्टी के राजेंद्र असावा, माहेश्वरी समाज के रामनिवास माहेश्वरी, वैश्य समाज के अरविंद बागडी, राजकुमार बंसल, विजय गर्ग, अन्नपूर्णा क्षेत्र से कमलेश चौधरी, विजय सेलार, राजेश मित्तल, बर्तन बाजार से शिव गर्ग, प्रो गोविंद सिंघल, गोपाल गर्ग कमल डोंगरिया, किशोर कुमार मोदी एवम सोनू मोदी ने शोक श्रधांजलि व्यक्त की। देवास के संत ने कहा है की आज मालव माटी के दिव्य संत हमारे बीच नही रहे उनकी कमी सदैव खलेगी।
दिनांक 4/12/ को अद्रंजलि दोपहर चार बजे से पांच बजे तक गोराकुंड चौराहा स्थित राम द्वारा में होगी।