इंदौर । बिजासन रोड स्थित प्राचीन अविनाशी अखंड धाम आश्रम पर 57वां अ.भा. अखंड वेदांत संत सम्मेलन 15 से 21 दिसम्बर तक आयोजित होगा। सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के आचार्य जगदगुरू स्वामी श्री रामदयाल महाराज, जगदगुरू शंकराचार्य भानपुरा पीठाधीश्वर स्वामी श्री ज्ञानानंद तीर्थ, युग पुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज एवं वृंदावन के आचार्य महंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद सहित देश के अनेक प्रमुख जाने-माने संत-विद्वान शामिल होंगे। प्रतिदिन दोपहर 2 से सायं 6 बजे तक संत-विद्वानों के प्रवचनों की अमृत वर्षा होगी। संत सम्मेलन की आयोजन समिति के अध्यक्ष हरि अग्रवाल, संयोजक किशोर गोयल, महासचिव सचिन सांखला एवं सचिव भावेश दवे ने बताया कि आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी अखंडानंद महाराज की 57वीं पुण्यतिथि के अवसर पर होने वाले इस सात दिवसीय सम्मेलन में आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी चेतन स्वरूप की अध्यक्षता में इस बार भी सम्मेलन में वेदांत से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर विचार-मंथन किया जाएगा। जीवन में गुरू का महत्व, सनातन धर्म, शिवोहम की महिमा, अध्यात्म की आवश्यकता, मानव जीवन में वेदांत की उपयोगिता और धर्म संस्कृति से क्यों जुड़ना चाहिए जैसे विषयों पर देशभर के संत प्रतिदिन विचार मंथन करेंगे। इस दौरान सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर संकल्प भी लिए जाएंगे। सम्मेलन में अनेक जन प्रतिनिधि एवं समाजसेवी भी शामिल होंगे। आज अखंडधाम में आयोजित एक समारोह में अखंड धाम आश्रम के महामंडलेश्वर ड़ॉ. स्वामी चेतन स्वरूप के सानिध्य में संत सम्मेलन के प्रमुख संरक्षक समाजसेवी प्रेमचंद गोयल, न्यायमूर्ति सत्येंद्र जोशी, विष्णु बिंदल एवं समाजसेवी विजय अग्रवाल ने 57वें संत सम्मेलन की प्रचार सामग्री का लोकार्पण किया। इस अवसर पर स्वामी राजानंद, राजेश गर्ग, शिव जिंदल, विजयसिंह परिहार, पार्षद निरंजनसिंह चौहान गुड्डू , अशोक गोयल, संजय मंगल एवं अन्य विशिष्टजन भी उपस्थित थे। अध्यक्ष हरि अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल, प्रेमचंद गोयल एवं बालकृष्ण अग्रवाल के मार्गदर्शन में सम्मेलन की तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं। अब तक स्वागत समिति, संरक्षक मंडल, प्रचार –प्रसार समिति, आश्रम जीर्णोद्धार व्यवस्था समिति, युवा समिति, आवास एवं भोजन समिति, महिला समिति, संत सेवा समिति आदि का गठन कर लिया गया है। इस अवसर पर श्रद्धा सुमन सेवा समिति, छत्रीबाग जन सेवा समिति, सांखला कालोनी रहवासी संघ एवं मारवाड़ी क्षत्रिय माली समाज ने भी सम्मेलन को सफल बनाने का संकल्प व्यक्त किया।