इंदौरशिक्षा-रोजगार

 विश्व ब्राह्मण समाज संघ की पहल… तस्मै श्री गुरुवे नमःसामाजिक समरसता..

शासकीय सेवारत 151 शिक्षक सम्मानित

इंदौर । शिक्षक  हमेशा से ही समाज को नई दिशा व संस्कार देते हैं, वह शिक्षक ही है जो बोल मन में अन्नय प्रकार के आकार गडकर जीवन की अट्टालिकाओं संघर्ष पार करने की क्षमता  विकसित करवाते है, जीवन संघर्षो को पार कर मोक्ष की ओर ले जाने वाले गुरु हमेशा ही भारतीय संस्कृति में प्रथम पूजनीय रहे हैं इसलिए कहा गया है तस्मै श्री गुरुवे नमः।
यह विचार विश्व ब्राह्मण समाज संघ की ओर से सामाजिक समरसता के भाव के साथ आज जाल सभागृह में 151 शासकीय सेवारत उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों के सम्मान समारोह में अतिथियों ने व्यक्त किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु परंपरा श्रेष्ठ रही है और इस दुनिया मानती है। विशेष अतिथि के रूप मे शीला मरावी ने कहा कि अद्भुत आयोजन रहा है जिसमें शासकीय शिक्षको  उनकी योग्यता के आधार पर सम्मान दिया गया है सम्मान हमेशा से अपने अंदर श्रेष्ठ को अति श्रेष्ठ करने का भाव प्रदान करता है। विशेष अतिथि में राम प्रकाश शर्मा ,राधेश्याम व्यास ,विजय बोडखा आदि प्रमुख थे। अध्यक्षता करते हुए कार्यक्रम के आयोजक विश्व ब्राह्मण समाज संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व राज्य मंत्री दर्जा पंडित योगेंद्र महंत ने करते हुए अपने उद्बोधन में बताया कि समाज में शिक्षकों का महत्व सबसे ऊंचे दर्जे का रहा है वह शिक्षा की है जो हमें मनुष्य और मानवता की ओर ले जाने के लिए प्रतिबिंब करते हैं। कार्यक्रम शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन से हुआ अतिथि स्वागत प्रशांत त्रिवेदी, ललित पारीक, अतुल क्षीरसागर, उषा महंत डॉ रजनी पांडे उर्मिला कानून को अन्नपूर्णा पांडे  विनीत त्रिवेदी , अशोक चतुर्वेदी आदि ने किया, शिक्षक शिक्षकों को साल से फल और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया गया | कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अर्पणा जोशी ने किया जाल सभागृह में शिक्षक शिक्षिकाएं अपने परिजनों के साथ मौजूद रहे कार्यक्रम में धार इंदौर देवास उज्जैन खंडवा खरगोन बड़वानी डही आदि मालवा निमाड के सैकड़ो शिक्षक परिवार के साथ शामिल हुए ।आभार राजेंद्र जोशी ने माना

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!