इंदौर

दो लाख से अधिक निशुल्क तर्पण

लंदन स्थित वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड ने भी विश्व कीर्तिमान को मान्य कर पदाधिकारियों को सौंपा प्रमाण पत्र

25 हजार दिवंगतों की अस्थियां प्रवाहित करने का विश्व कीर्तिमान श्रद्धा सुमन सेवा समिति के नाम
इंदौर। ज्ञात-अज्ञात दिवंगतों की अस्थियों को देश की पवित्र नदियों में प्रवाहित करने और पिछले 25 वर्षों से श्राद्ध पक्ष में लगातार निशुल्क तर्पण करने वाली संस्था श्रद्धा सुमन सेवा समिति के नाम मंगलवार को एक और कीर्तिमान जुड़ गया, जब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड लंदन ने विश्व में 25 वर्षों में 2 लाख से अधिक साधकों के लिए निशुल्क तर्पण का आयोजन करने और इस अवधि में 25 हजार से अधिक दिवंगतों की अस्थियों को देश की पवित्र नदियों में प्रवाहित करने का कीर्तिमान मान्य करते हुए आज हंसदास मठ पहुंचकर आयोजन से जुड़े पदाधिकारियों को प्रमाण पत्र भेंट किया। सांसद शंकर लालवानी, महामंडलेश्वर रामचरणदास महाराज, पं. पवनदास महाराज, सदगुरू अण्णा महाराज एवं आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक भी इस अवसर पर अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
श्रद्धा सुमन सेवा समिति के अध्यक्ष हरि अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेन्द्र सोनी, महासचिव डॉ. चेतन सेठिया एवं कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग ने इस समूचे अनुष्ठान को सानिध्य प्रदान करने वाले हंसदास मठ के महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज एवं युवराज महामंडलेश्वर पं. पवनदास महाराज की उपस्थिति में सैकड़ों साधकों द्वारा जयघोष के बीच यह प्रमाण पत्र वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड के स्थानीय प्रतिनिधि मयंक गुप्ता से प्राप्त किया। साधकों ने खड़े होकर अपनी खुशियां व्यक्त की। इस अवसर पर भागवताचार्य पं. पवन तिवारी और पं. गौरव तिवारी ने श्रद्धा सुमन सेवा समिति के सेवाकार्यों पर भी प्रकाश डाला और समिति के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मलीन मोहनलाल सोनी का पुण्य स्मरण किया। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि समिति द्वारा पिछले 25 वर्षों से लगातार तर्पण एवं अस्थि विसर्जन जैसा अनूठा कार्य निशुल्क किया जा रहा है, जो अनुकरणीय है। लोगों को मोक्ष दिलाने में समिति के पदाधिकारी भी भागीदार बन गए हैं, यह और भी महत्वपूर्ण बात है। ऐसा सेवा कार्य शहर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश और देश में भी अनूठा है। अध्यक्ष हरि अग्रवाल ने बताया कि इसके पूर्व वर्ष 2017 में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड ने भी संस्था को इस कीर्तिमान के लिए सम्मानित किया है।
इसके पूर्व सुबह हंसदास मठ पर चतुर्दशी तिथि के लिए करीब 700 साधकों ने तर्पण अनुष्ठान में भाग लिया। आचार्य पं. पवन तिवारी ने देश के शहीदों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, अयोध्या के कारसेवको और होल्कर वंश के शासकों के लिए भी तर्पण करवाया। प्रारंभ में भगवान हरि विष्णु का पूजन समिति के पदाधिकारियों के साथ महेन्द्र विजयवर्गीय, कमल गुप्ता, भावेश दवे, मुरलीधर धामानी, अजय उकास, हरिनारायण विजयवर्गीय, शंकरलाल वर्मा आदि ने किया। आरती में भी लंदन स्थित वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड के पर्सनल सेक्रेटरी मयंक गुप्ता एवं अन्य अतिथियों ने भाग लिया। दोपहर में पितृ मोक्षदायी भागवत में कृष्ण सुदामा का उत्सव भी धूमधाम से मनाया गया। आचार्य पं. गौरव तिवारी ने कृष्ण सुदामा की मित्रता को भावपूर्ण एवं मार्मिक शैली में प्रस्तुत किया तो अनेक आंखें छलछला उठी। व्यासपीठ का पूजन अध्यक्ष हरि अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेन्द्र सोनी, महासचिव डॉ. चेतन सेठिया, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग एवं सूरजसिंह राठौर ने किया।

आज सर्व पितृ अमावस्या पर तर्पण हेतु विशेष प्रबंध – समिति के अध्यक्ष हरि अग्रवाल एवं उपाध्यक्ष राजेन्द्र सोनी ने बताया कि अनुष्ठान के लिए सर्वपितृ अमावस्या के उपलक्ष्य में विशेष प्रबंध किए गए हैं। जिन साधकों को अपने परिजनों के दिवंगत होने की तिथि याद नहीं है अथवा जो अभी तक किसी कारण से तर्पण नहीं कर सकें हैं, उनके लिए यह दुर्लभ अवसर होगा। ऐसे साधक घर से स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनकर सुबह 7.30 बजे तक हंसदास मठ पहुंच जाएं, तर्पण की सभी पूजन सामग्री एवं व्यवस्थाएं निःशुल्क उपलब्ध रहेंगी। आवश्यक हुआ तो अधिक साधक आने पर दो पारियों में भी तर्पण की व्यवस्था संभव होगी। समिति की ओर से तर्पण के लिए डेढ़ हजार से अधिक साधकों के लिए पूजा की सामग्री, थाली, कलश एवं अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं, जो पूरी तरह निशुल्क रहेंगी।

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